उत्तराखंड

यूसीसी उत्तराखंड में प्रशासन की अनुमति के बाद ही बनें धर्मस्थल

Admin Delhi 1
29 May 2023 12:16 PM GMT
यूसीसी उत्तराखंड में प्रशासन की अनुमति के बाद ही बनें धर्मस्थल
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ऋषिकेश न्यूज़: भाजपा ने समान नागरिक संहिता में अवैध धार्मिक स्थलों पर सख्ती के साथ ही समलैंगिक विवाह और लिव इन रिलेशनशिप का भी विरोध किया है. पार्टी ने प्रस्तावित संहिता का समर्थन करते हुए, देवभूमि उत्तराखंड का स्वरूप बनाए रखने की भी जोरदार पैरवी की है.

भाजपा की ओर से निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन, महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल और सत्यवीर चौहान ने कमेटी से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा. डॉ. देवेंद्र भसीन ने बताया कि पार्टी ने समान नागरिक संहिता का सम्पूर्ण समर्थन किया है. इसमें बिना उचित प्राधिकारी की अनुमति से धार्मिक स्थल बनाने, जन सामान्य की सार्वजनिक गतिविधियों को प्रभावित करने वाली धार्मिक गतिविधियों के साथ ही लाउडस्पीकर के प्रयोग पर सख्ती की मांग रखी. पार्टी ने हर विवाह के पंजीकरण की व्यवस्था करने के साथ ही लिव इन रिलेशनशिप और समलैंगिक विवाह को मान्यता दिए जाने का भी विरोध किया है. डॉ. भसीन ने बताया कि पार्टी ने देवभूमि की विशिष्टता का हवाला देते हुए, इसके स्वरूप बरकरार रखने पर भी जोर दिया है. कहा कि प्रस्तावित संहिता में सभी धर्मों के साथ एक समान व्यवहार किया जाए, किसी भी धर्म को विशेष छूट प्रदान न की जाए. महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में बराबर का हक प्रदान किया जाए.

यूसीसी की परिचर्चा में दस में से तीन दल नहीं पहुंचे

यूसीसी कमेटी ने परिचर्चा के लिए दस दलों को बुलाया था. भाजपा, बसपा, सपा, सीपीआई (एम), भाकपा माले, एआईएमआईएम, यूकेडी ने अपनी उपस्थिति दर्ज की. कांग्रेस, आप, सीपीआई का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा. सपा के प्रदेश सचिव अतुल शर्मा ने कमेटी के सामने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि इस कवायद से देश का धर्मनिरपेक्ष स्वरूप प्रभावित होगा, इसलिए पार्टी इसका विरोध करती है. बसपा की तरफ से जिला संयोजक प्रमोद कुमार और यूकेडी की ओर से प्रदेश प्रवक्ता पंकज पैन्यूली ने अपना पक्ष रखा.

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