रोडवेज के लिए बुरी खबर: किराया बढ़ाने के बाद भी रोडवेज को हुआ 11 लाख का घाटा
हल्द्वानी न्यूज़: हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के कारण रोडवेज बसों में सफर महंगा किया गया। इसके बावजूद परिवहन निगम दुहाई देता फिर रहा है कि उन्हें एक हफ्ते में 11 लाख का नुकसान झेलना पड़ा है। हल्द्वानी से देहरादून आने-जाने वाले यात्रियों को 70 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे। आय बढ़ाने के लिए निगम प्रबंधन ने 21 से 26 जुलाई के बीच 1500 किमी की यात्रा पूरी करने वाले चालक-परिचालकों को एक-एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की। इधर, पहले से ही परिवहन निगम किराये दर में बढ़ोतरी कर चुका था। कांवड़ मेले के लिए प्रशासन ने अन्य वाहनों के साथ ही रोडवेज बसों का रूट भी बदला। यूपी और कुमाऊं मंडल से देहरादून जाने वाली बसों का नया रूट मैप तैयार किया गया। जिसके बाद निगम ने इस रूट के हिसाब से ही टिकट मशीन (ईबीटीएम) में बढ़ा हुआ किराया फीड कर दिया। हल्द्वानी, रामनगर काशीपुर और रुद्रपुर से देहरादून जाने-आने वाली बसों को चिल्ला सीमा से भेजा गया। इस रूट से आने-जाने पर यात्रियों को 70 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़े। इसके बावजूद निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस कावंड़ यात्रा के दौरान विभाग को 11 लाख का घाटा हुआ है।
रोडवेज के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी इंद्रा भट्ट ने बताया कि रूट में फेरबदल के चलते बीच रास्ते के यात्री नहीं मिले। लोगों ने बस से सफर बंद कर दिया, जिसके चलते निगम को नुकसान हुआ है। इधर, कुछ समय पहले निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बायोमेट्रिक हाजिरी के आदेश सभी मंडल प्रबंधक, सहायक महाप्रबंधकों को जारी किए थे। बायोमेट्रिक प्रणाली से हाजिरी का नियम डिपो के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, संविदा कार्मिकों, आउटसोर्स कार्मिकों, उपनल कार्मिकों पर भी लागू होना था। लेकिन एक अगस्त तक भी डीपो में बायोमेट्रिक मशीन नहीं लगी है।