उमरौला सौड़ निवासी बबीता रावत ने गांव में रहकर कामयाबी की नई इबारत लिखी

उत्तराखंड | रुद्रप्रयाग जिले के अगस्तयमुनि के गांव उमरौला सौड़ निवासी बबीता रावत ने गांव में रहकर कामयाबी की नई इबारत लिखी है। आर्थिक तंगी के बावजूद बबीता रावत ने हार नहीं मानी और संघर्षों के बूते मुकाम हासिल कर पहाड़ की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गईं।
परिवार को आर्थिक तंगी से उबारने के लिए उन्होंने अपनी खाली पड़ी 17 नाली यानी करीब 37 हजार वर्ग फीट भूमि पर खुद हल चलाकर उसे उपजाऊ बनाया। साथ ही सब्जी उत्पादन, पशुपालन व मशरूम उत्पादन के जरिये सफलता की नई दास्तान लिख डाली।
75वीं सालगिरह से स्वर्णिम शताब्दी की ओर बढ़ रहा अमर उजाला राजधानी देहरादून में 19 जून को 'संवाद उत्तराखंड' का आयोजन करने जा रहा है। इस मौके पर अमर उजाला उत्तराखंड की उन युवा प्रतिभाओं, संस्कृतिकर्मियों और सामाजिक कार्यों में उल्लेखनीय भूमिाक निभाने वाली विभूतियों को भी सम्मानित करेगा, जो अपने नवाचार, पर्यावरण, कला संस्कृति के क्षेत्र में अपने सामाजिक सरोकारों का दायित्व निभाते हुए देवभूमि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रहे हैं।