नैनीताल न्यूज़: आयुर्वेद विश्वविद्यालय से वापस जाकर अपने मूल तैनाती स्थल पर ज्वाइन करने वाले आयुर्वेद डॉक्टरों का वेतन जल्द जारी कर दिया जाएगा. निदेशक आयुर्वेद डॉ.अरुण कुमार त्रिपाठी ने इस संदर्भ में आदेश कर दिए.
गतवर्ष सरकार ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय में अटैच चल रहे आयुर्वेद डॉक्टरों को अपनी मूल तैनाती पर जाने के निर्देश दिए थे. लेकिन डॉक्टर कई आदेश के बाद भी मूल तैनाती स्थल पर नहीं गए. इस पर शासन ने आदेश जारी कर कहा कि डॉक्टरों का वेतन मूल तैनाती पर जाने के बाद ही जारी किया जाएगा. आयुर्वेद निदेशक डॉ.त्रिपाठी ने बताया कि इस आदेश के बाद अधिकांश डॉक्टरों ने मूल तैनाती स्थल पर ज्वाइन कर लिया. ऐसे में उनका वेतन जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि चार डॉक्टरों ने तय समय तक अपना योगदान मूल तैनाती स्थल पर नहीं दिया ऐसे में उनका वेतन अभी जारी नहीं होगा. इसमें आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ. राजेश कुमार अदाना भी शामिल हैं. डॉ.त्रिपाठी ने बताया कि इस संदर्भ में शासन के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
शहरों की महायोजना को मंजूरी का इंतजार
अमृत योजना के तहत मंजूर प्रदेश के सात शहरों के लिए महायोजना तैयार हो गई है. इनमें से देहरादून, रुद्रपुर और काशीपुर की महायोजना को तो विकास प्राधिकरण की मंजूरी मिल भी गई है जबकि नैनीताल, हल्द्वानी, हरिद्वार व रुड़की की महायोजना को हरी झंडी का इंतजार है.
टाउन प्लानर कुमाऊं एचएस बिष्ट ने बताया कि हल्द्वानी, नैनीताल, हरिद्वार व रुड़की की महायोजना पर जल्द ही जनसुनवाई कराई जाएगी. उसके बाद तीनों शहरों की महायोजनाओं को विकास प्राधिकरण से मंजूर कराया जाएगा. प्राधिकरण से मंजूरी मिलते ही उसे लागू कर दिया जाएगा.