उत्तराखंड

पहाड़ी जिलों में ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर जल्द

Admin Delhi 1
10 April 2023 8:47 AM GMT
पहाड़ी जिलों में ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर जल्द
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ऋषिकेश न्यूज़: कॉमर्शियल वाहनों की फिटनेस जांच के लिए राज्य सरकार प्रदेश के हर जिले में ऑटोमेटिक फिटनेस टेस्टिंग सेंटर (एटीएस) बनाएगी. पर्वतीय जिलों में सरकार खुद एटीएस तैयार करेगी, जबकि मैदानी जिलों में ये सेंटर पीपीपी मोड में बनाए जाएंगे.

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के नए मानकों के अनुसार, भविष्य में वाहनों की फिटनेस की जांच कंप्यूटराइज स्वचालित मशीनों के जरिए ही की जाएगी. यह व्यवस्था एक नवंबर 2024 से लागू होने जा रही है. दरअसल केंद्र सरकार ने एटीएस से जांच को पहले एक अप्रैल 2023 से अनिवार्य किया था पर राज्यों की तैयारियां न होने से यह तिथि आगे बढ़ा दी गई. इस संबंध में परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया कि कुछ समय पहले प्रदेशभर में पीपीपी मोड पर ही एटीएस बनाने पर विचार किया जा रहा था. लेकिन पर्वतीय जिलों के लिए निजी सेक्टर से रुचि नहीं दिखाई. देहरादून, हरिद्वार, यूएसनगर के लिए तो कई लोगों ने इच्छा दिखाई है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में सेंटर खोलने के लिए कोई तैयार नहीं है. ऐसे में सरकार खुद ही पर्वतीय जिलों में एटीएस बनाने की तैयारी कर रही है. वाहनों का फिट न होना भी सड़क हादसों की एक बड़ी वजह है. परंपरागत तरीके से आरटीओ दफ्तरों में होने वाली फिटनेस जांच में मानवीय हस्तक्षेप ज्यादा होने से उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहे हैं. कंप्यूटराइज मशीनों से छोटी से छोटी कमी भी पकड़ में आ जाती है.

सरकार पर्वतीय जिलों में खुद एटीएस तैयार करेगी. केंद्र सरकार से पर्वतीय जिलों के लिए एटीएस के मानक को सरल करने का अनुरोध गया है. अनुमति आने के बाद कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी. वर्तमान में देहरादून और यूएसनगर में निजी सेक्टर की सहायता से एक-एक एटीएस बन चुका है. -अरविंद सिंह ह्यांकि, परिवहन सचिव

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