अंकिता हत्याकांड: देवभूमि उत्तराखंड में आज बंद के दौरान दिखा मिलाजुला असर, आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग
देहरादून न्यूज़: पौड़ी की बेटी अंकिता भंडारी की हत्या के बाद देवभूमि के लोगों का गुस्सा उफान पर है। मामले में तीनों हत्यारोपियों को फांसी देने की मांग उठ रही है। ऐसे में जांच में देरी और आरोपियों को बचाने के आरोप भी सरकार और पुलिस पर लग रहे हैं। ऐसे में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने दो अक्टूबर को उत्तराखंड बंद का एलान किया है। हालाकि बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। कहीं दुकानों के शटर गिरे तो कहीं बाजार खुला रहा। देहरादून बंद को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने शहरवासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने बाजार बंद का समर्थन करते हुए कहा कि अंकिता मर्डर केस की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है। उन्होंने पुलिस के इस दावे को झूठा करार दिया कि अंकिता के परिवार को पोस्टमार्टम की कॉपी दे दी गई है।
मसूरी के व्यापारियों ने दोपहर बारह बजे तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है। मसूरी ट्रेडर्स एंड वैलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि बंद को लेकर एसोसिएशन की एक बैठक की गई जिसमें शहर के अनेक व्यापारी मौजूद थे। इस दौरान दो अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तक सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया। इससे पहले शहीद पार्क में अंकिता को श्रद्धांजलि दी गई। इधर, हल्द्वानी में भी विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बाजार बंद का आह्वान करते हुए व्यापारियों से सहयोग की अपील की। इस दौरान कई दुकानें बंद रही जबकि अधिकांश दुकानें खुली रहीं। इस मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल, पहाड़ी आर्मी, स्वराज हिंद फौज से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। वहीं नवरात्रि को लेकर बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ी रही।