जोशीमठ: जोशीमठ में दरकते पहाड़ों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति की ओर से गुरुवार को चक्काजाम और बाजार बंद का एलान किया गया था। इसके चलते यहां सैकड़ों की संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन में सड़क में उतर आए हैं। संघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार ने बताया कि प्रभावित परिवारों में शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है। विरोध प्रदर्शन के चलते औली रोड पर लगभग एक किमी का लंबा जाम लग गया है।
भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों का गुस्सा फूट पड़ा है और लोग सड़कों पर उतर आए हैं। जोशीमठ संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को भी देर शाम लोगों ने हाथ में मशाल लेकर बदरीनाथ स्टैंड से मारवाड़ी चौक तक सरकार और एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में प्रभावित परिवार भी शामिल हुए। अभी तक जोशीमठ क्षेत्र से 27 परिवारों के 120 लोग शिफ्ट किए जा चुके हैं ।
इन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया:
- नगर पालिका गेस्ट हाउस में - दिगंबर सिंह, रजनी देवी, देवेंद्र सिंह, हेमलता रावत, अजय रावत, प्रेमा देवी, देवेंद्र सिंह व गजेंद्र सिंह।
- खंड विकास कार्यालय में प्रेमा देवी, मनोहर बाग वार्ड के मिलन केंद्र में उत्तरा देवी।
- नगर पालिका हॉल जोशीमठ - संजय, दुर्गा, राकेश लाल, दिनेश, राकेश चंद्र व चंद्र प्रकाश
प्राथमिक विद्यालय सिंहधार- गिरीश लाल, दिनेश लाल और हरीश लाल
- आशीष व अखिलेश को उनके ही दूसरे मकान में शिफ्ट किया गया है।
- बीना देवी और शंभू प्रसाद सती अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।
- प्रभावित सुषमा देवी अपने दो बच्चों के साथ रिश्तेदारी में रविग्राम चली गई हैं।
- गांधीनगर वार्ड में किराये पर रह रहे देवेंद्र, यतेंद्र व जितेंद्र को भी उनके रिश्तेदारों के यहां भेज दिया गया है।