आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पांच सूत्रीय मांगों पर कार्य बहिष्कार किया
हरिद्वार: आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया। इस कारण आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाएं प्रभावित रहीं। उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष ने बताया कि जब तक उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक पहल नहीं होती तब तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने, भविष्य निधि, ग्रेच्युटी, चिकित्सा सुविधा लागू करने, सेवानिवृत्ति की आयु साठ वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने, सेवानिवृत्ति के बाद गैर अंशदायी मासिक पेंशन दिए जाने जैसी मांगों की लेकर मंगलवार से कार्य बहिष्कार का ऐलान किया था। मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष कविता चौधरी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों के अतिरिक्त कुछ समस्याएं भी हैं। यदि उनकी मांगों एवं समस्याओं के निस्तारण को लेकर को कदम नहीं उठाया गया तो उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
जिले में तीन हजार कार्यकत्रियां: उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष ने बताया कि जिले में करीब तीन हजार कार्यकत्रियां 11 परियोजनाओं पर कार्य कर रही हैं। आंगनबाड़ी केंद्र में छह वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं को स्वास्थ्य संबंधी पोषणयुक्त आहार संबंधी और शिक्षा आदि आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है।