उत्तराखंड
सड़क पर डिलीवरी के बाद अस्पताल में प्रसूता व नवजात दोनों स्वस्थ
Ritisha Jaiswal
29 July 2022 12:28 PM GMT

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एक तरफ देश की विकास की रोज़ नई इबारत लिख रहा है, तो दूसरी तरफ कई जगहों पर हालात ऐसे हैं कि मूलभूत सुविधाओं तक की पहुंच नहीं है
एक तरफ देश की विकास की रोज़ नई इबारत लिख रहा है, तो दूसरी तरफ कई जगहों पर हालात ऐसे हैं कि मूलभूत सुविधाओं तक की पहुंच नहीं है. उत्तराखंड में लगातार दूसरे दिन संवेदनशीलता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई. हरिद्वार ज़िले में एक महिला ने अस्पताल से कुछ ही दूर सड़क पर एक शिशु को जन्म दिया. देर रात के इस मामले में एंबुलेंस काफी देर से पहुंच सकी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गर्भवती के सड़क पर प्रसव होने के बाद उसके पति ने नवजात को अपनी कमीज़ से ढांक कर सुरक्षित किया.
यह मामला गुरुवार देर रात का है, जब गर्भवती महिला ज़िला अस्पताल जा रही थी, लेकिन रास्ते में ही डिलीवरी हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पीड़िता के परिजनों ने 108 एंबुलेंस के लिए लगातार फोन किए. करीब 1 घंटे बाद 108 एंबुलेंस वहां पहुंच सकी, तब तक सड़क पर ही प्रसव हो चुका था. हालांकि डिलीवरी के बाद महिला को ज़िला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. शुक्रवार दोपहर महिला और नवजात दोनों का स्वास्थ्य ठीक बताया गया. दूसरी ओर इस मामले में अधिकारी जांच करवाने की बात कहते नजर आ रहे हैं.
बिहार की रहने वाली है प्रसूता
बताया जा रहा है कि महिला ज़िला अस्पताल के पास ब्रह्मपुरी बस्ती में रहती है और मूल रूप से बिहार की रहने वाली है. महिला का पति मज़दूरी करता है. गुरुवार देर रात अचानक गर्भवती को लेबर पेन हुआ तो उसका पति उसे ज़िला महिला अस्पताल ले जाने लगा, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रसूता की हालत खराब हो गई. अस्पताल के प्रभारी डॉ. राजेश गुप्ता का कहना है कि प्रसूता व नवजात की हालत खतरे से बाहर है. अगर किसी स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही सामने आई तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि इससे ठीक एक दिन पहले बुधवार को नैनीताल ज़िले में नैनीताल हाईवे से पांच किमी दूर के एक गांव तोक मोरा की एक गर्भवती को दोपहर में सड़क पर ही बच्चे को जन्म देने की नौबत पेश आई थी. खबरों में बताया गया था कि बारिश में फिसलन भरे रास्तों पर गर्भवती तीन घंटे पैदल चलने के बाद हिम्मत हार गई थी. स्थानीय लोगों ने मदद की थी और कुछ देर बाद भुजियाघाट के पास पहुंची एंबुलेंस प्रसूता व नवजात को लेकर अस्पताल पहुंची थी.

Ritisha Jaiswal
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