रुद्रपुर: उत्तराखंड में मॉनसून दस्तक दे चुका है. प्रदेशभर में नदी और नाले उफान पर हैं. बारिश की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है, लेकिन शासन-प्रशासन अभी तक मॉनसून की तैयारियों में ही जुटा है. आपको जानकर ताज्जुब होगा कि आपदा राहत एवं बचाव कार्य के लिए जिन हाईटेक उपकरणों को प्रशासन को मॉनसून आने से पहले खरीदना था, उसकी तैयारी प्रशासन अब कर रहा है. प्रशासन की इस लेटलतीफी को आप क्या कहेंगे.
उधमसिंह नगर जिले में पिछले साल बारिश ने भयकर कहर बरपाया था. पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आ गया था. कई इलाकों में रेस्क्यू करने के लिए वायु सेना की मदद ली गई थी. इस बार भी मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी है, लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन ने शायद पिछली गलतियों से सबक नहीं लिया है. यही कारण है कि उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक के बाद भी जिला प्रशासन में आपदा से निपटने के लिए हाईटेक उपकरण नहीं खरीदे हैं बल्कि खरीदने की तैयारी कर रही है.
एडीएम डॉ. ललित नारायण मिश्र के मुताबिक, जिले में बाढ़ और जलभराव से निपटने के लिए जिला प्रशासन अब आपदा प्रबंधन विभाग को हाईटेक करने जा रहा है. जिला प्रशासन 70 लाख के 18 उपकरण खरीदने जा रहा है, जिससे बाढ़ आपदा के दौरान राहत बचाव आसानी से किया जा सके.
आपदा प्रबंधन विभाग ने इसके लिए भारत सरकार से जैम पोर्टल में टेंडर मांगे गए हैं. करीब 70 लाख रुपयों से आपदा में राहत बचाव कार्यों में काम आने वाले राफ्ट, टैंट, रोप, लाइफ जैकेट, बोट, वाकी टॉकी, सर्च लाइट और फ्लोटिंग पंप सहित 20 उपकरणों की खरीद की जाएगी.
एडीएम ने बताया कि 18 जुलाई को टेंडर खोले जाने हैं और इस महीने उपकरणों की खरीद कर ली जाएगी. चयनित फर्म से उपकरणों की खरीद के बाद उनको तहसीलों में गठित की गई आपदा बचाव टीम को दिए जाएंगे ताकि जरूरत पड़ने पर उपकरणों का उपयोग किया जा सके.