एक महिला की डंपर की चपेट में आने से हुई मौत, आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने तत्काल मुआवजा की मांग की
काशीपुर न्यूज़: डंपर की चपेट में आकर महिला की मौत हो गई, जबकि पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आक्रोशित परिजनों के साथ ग्रामीणों ने तत्काल मुआवजा देने, डंपर चालक को गिरफ्तार करने और घायलों का उपचार कराने की मांग को लेकर पैगा चौकी के सामने शव रखकर जाम लगा दिया। प्रशासन के आश्वासन पर करीब डेढ़ घंटे परिजन धरने से उठे।
ग्राम बुढ़ानपुर अलीगंज मुरादाबाद यूपी निवासी गीता (45) अपने पुत्र विकास के साथ एक बाइक पर सवार होकर कुंडेश्वरी निवासी पुत्री के पास मरीज को देखने जा रहे थे। पैगा चौकी के पास गीता के पति नरेश खड़े थे। इस पर तीनों सड़क किनारे खड़े होकर बात करने लगे। इसी बीच पहले एक बाइक ने उन्हें टक्कर मारी। उसके बाद काशीपुर की ओर से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने उन्हें चपेट में ले लिया। हादसे में गीता की मौत हो गई, जबकि विकास और नरेश गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान घटना के बाद डंपर चालक वाहन लेकर फरार हो गया।
शनिवार को पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। परिजनों के अनुसार मृतका के दो पुत्र विकास, गौरव और दो पुत्रियां अंशु व खुशबू हैं। जिसमें एक पुत्री का विवाह हो चुका है। पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों ने पैगा चौकी के सामने शव रखकर जाम लगा दिया। उन्होंने डंपर चालक को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। जिसके चलते सड़क के दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने काफी देर तक परिजनों और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहे। सूचना पर तहसीलदार युसुफ अली ने पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण तत्काल मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। काफी देर बाद तहसीलदार के घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने, घायलों का कार्ड के तहत इलाज कराने, जांच के बाद मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया। करीब डेढ़ घंटे बाद वाहनों की आवाजाही शुरू होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने, घायलों का कार्ड से इलाज कराने, जांच के बाद मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया है। – युसूफ अली, तहसीलदार, काशीपुर