ऋषिकेश: शहर में बिजली खंभों पर तारों का मकड़जाल फैला हुआ है। सिर्फ बिजली के तार ही नहीं बल्कि वाईफाई, डीटीएच और सीसीटीवी के तार भी लोगों के लिए मुसीबत बन रहे हैं. कभी तारों में आग लग जाती है तो कभी तार टूटकर नीचे लटक जाते हैं। जिसमें दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ऊर्जा निगम के अधिकारी कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं।
चार दिन पहले प्रतीतनगर में बिजली लाइन में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई थी। पोल से लिपटे तारों से चिंगारी उड़ी और देखते ही देखते पोल से लिपटे तारों में आग लग गई। बिजली के तार टूटकर गिर गए। जिसमें काफी देर तक धमाके और स्पार्किंग होती रही। नियमानुसार बिजली के खंभों पर बैनर व अन्य किसी प्रकार के तार लगाने की अनुमति नहीं है। हालांकि शहर में बिजली के खंभों के सहारे अन्य तरह के तार एक कोने से दूसरे कोने तक दौड़ाए गए हैं।
खंभों पर लीडर बोर्ड भी लगाए गए हैं। विभागीय कार्रवाई न होने से लोग ऊर्जा निगम के खंभों का सहारा ले रहे हैं। वाईफाई, डीटीएच और सीसीटीवी कैमरे के केबल सिर्फ पोल तक ही जा रहे हैं। अब गर्मी के दिनों में दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है। हालांकि जी-20 के दौरान विभाग ने खंभों पर लिपटे तारों को हटा दिया था. लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ जी-20 तक ही सीमित थी. शहर भर में अब सड़कों और बिजली के खंभों पर तारों का जाल फैला हुआ है।