पुलिस की संयुक्त टीम ने ब्लैकमेलिंग कर रुपये ऐंठने वाले गैंग का किया पर्दाफाश
रुद्रपुर क्राइम न्यूज़: थाना ट्रांजिट कैंप एवं आवास विकास चौकी पुलिस की संयुक्त टीम ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है। जो महिला-पुरुषों की व्यक्तिगत जिंदगियों को जानने व वीडियो बनाने के बाद ब्लैकमेलिंग करते थे और दबंगई के बल पर मोटी रकम वसूलते थे। पुलिस ने गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि सरगना की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है।
मंगलवार को खुलासा करते हुए एसएसपी मंजूनाथ टीसी और एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि वार्ड-19 आवास विकास निवासी सुशांत सिंह ने पुलिस को तहरीर दी थी कि 29 नवंबर को वह बाइक से अपने घर जा रहा था। तभी दो अज्ञात युवकों ने उसे ओवरटेक कर रोका और अभद्रता करते हुए बाइक की किस्त जमा करने का दबाव बनाने लगे और चाबी निकालने का विरोध किया, तो एक वीडियो दिखाकर जान से मारने की धमकी देने लगे। साथ ही तीस हजार रुपये की सुपारी लेने की बात कही।
जिसके बाद बदमाशों ने उसका पर्स निकाल लिया और एटीएम कार्ड से बीस हजार रुपये की नगदी निकाल ली। वारदात के दौरान दो बाइक पर चार युवक साथ थे और 50 हजार की और मांग करने लगे।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी के आदेश पर एक संयुक्त टीम का गठन किया गया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अंकित यादव निवासी गौरी कला पोस्ट गोकुल नगर थाना किच्छा और रिंपू उर्फ रिंपी निवासी बिंदु खेड़ा को चैकिंग के दौरान आवास विकास इलाके से गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से एटीएम कार्ड व आठ हजार की नगदी बरामद की। पूछताछ में पता चला कि गैंग का सरगना सुखविंदर सिंह उर्फ सुखी निवासी नारायणपुर लालपुर है।
जो पुलिस की पकड़ से बाहर है। एसपी सिटी ने बताया कि गैंग के सदस्य ऐसी महिला-पुरुष की जोड़ियों को चिन्हित करते हैं जो अपने-अपने पति या पत्नी से छिपकर रह रहे हों। इसके बाद गैंग उनकी वीडियो या फिर स्थान का पता लगाकर उन्हें ब्लैकमेल करता है। बाइक किस्त प्रकरण उनका पहला नया तरीका था। पुलिस पकड़े गए गैंग के अपराधिक इतिहास को खंगाल रही है।