उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन के चलते 88 सड़कें अवरुद्ध हुई। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों के सामने लगातार मुसीबतें बढ़ रही हैं। लोनिवि ने मंगलवार को सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में बताया कि इनमें आठ स्टेट हाईवे भी शामिल हैं। टिहरी-घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग कुटमानू के पास काफी हिस्सा छह जुलाई को क्षतिग्रस्त हो गया था, जो अभी तक सही नहीं हो पाया है।
वहीं, रुद्रप्रयाग-पोखरी-गोपेश्वर, बिरही-गौणा, थराली-देवाल-मुंदोली-वाण, गुप्तकाशी-कालीमठ-कोटमा-चौमासी, घट्टूगाट-चैलूसैंण और थलीसैंण-बूंगीधार स्टेट हाईवे भूस्खलन की वजह से जगह-जगह बाधित हैं। इनमें मार्गों पर यातायात ठप होने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को कई स्थानों पर पैदल ही चलना पड़ रहा है।
इस मानसून सीजन में अब तक राज्य में 1362 बार स्टेट हाइवे व ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं, जिनमें से 1274 को यातायात के लिए खोला जा चुका है। चिंता की बात है कि प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम से दिक्कत हो रही है। '
चंबा में ट्रक खाई में गिरा, दो लोगों की मौत
चंबा। चंबा-आराकोट-गुनोगी मोटर मार्ग एक 407 ट्रक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। दुर्घटना में ट्रक में सवार दोनों की लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिये जिला चिकित्साल बौराड़ी भेजा। चंबा थानाध्यक्ष पंकज देवरानी ने बताया कि बीते सोमवार रात करीब नौ बजे गुनोगी गांव के निकट एक 407 ट्रक के गहरी खाई में गिरने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
ग्रामीणों ने दुर्घटना की सूचना चंबा थाने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाया और खाई से भगवान दास (36) पुत्र रतन दास ग्राम ठेलारी पोस्ट नागणी तथा मंगल दास (45) पुत्र रतन दास निवासी ग्राम किरगणी चंबा को खाई से निकालकर सड़क तक पहुंचा। उन्होंने बताया दोनों लोगों की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने मौके पर दोनों के शवों का पंचनामा कर पोटमार्टम के लिये जिला अस्पताल बौराड़ी भिजवाया।