उत्तराखंड
87 नमूनों की जांच, कावंड़ यात्रा रूटों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी
Gulabi Jagat
24 July 2022 3:10 PM GMT
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पौड़ी: नीलकंठ में चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन एक्शन मूड में नजर आ रहा है. पहले डीएम ने 12 किमी पैदल चलकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. अब खाद्य सुरक्षा विभाग ने खाद्य समाग्रियों पर छापेमारी की कार्रवाई की. इतना ही नहीं खाने पीने के सामान पर छापेमारी के बाद विभाग ने भी व्यापारियों को खाद्य समाग्री में मिलावट करने पर सख्त कार्रवाई की बात भी कही है.खाद्य विभाग ने कहा श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के मद्देनजर छापेमारी अभियान आगामी दो और तीन दिनों तक जारी रहेगा.
खाद्य सुरक्षा विभाग, खाद्य विश्लेषण मोबाइल वैन से खाद्य नमूनों की जांच कर रहा है. इस दौरान टीम ने पौड़ी जिले के नीलकंठ महादेव क्षेत्र व आस पास की दुकानों का औचक निरीक्षण किया. जिसमें 87 खाद्य नमूनों की जांच की गई. जिसमें 3 दूध व एक कच्ची दाल का नमूना मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया.
जिला अभिहित अधिकारी एएस रावत ने बताया खाद्य सुरक्षा को लेकर पीपलकोटी, नीलकंठ, गरुड़चट्टी, बैराज, स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला आदि स्थानों पर टीम ने दूध, दाल, मसाले, बेसन, तेल, दही, पनीर सहित 87 खाद्य नमूनों की जांच की गई. इस दौरान एक व्यापारी की दुकान में रखी कच्ची दाल में नमी मिलने पर दाल को हटाने के निर्देश दिए गए, जबकि चाय व खाने बनाने वाले ढाबा संचालकों को दूध व खाने में मिलावट न करने के निर्देश दिए गए.
बिछड़े भाई-बहनों को पुलिस ने परिजनों से मिलाया
बिछड़े भाई-बहनों को पुलिस ने परिजनों से मिलाया: पुलिस ने नीलकंठ महादेव कांवड़ मेले में अपने परिजनों से बिछड़े मेरठ निवासी भाई-बहन को बरामद कर परिजनों के सुपुर्द किया. पुलिस को भाई-बहन को खोजने में 36 घंटे का समय लगा. इस मामले में पुलिस को बीते 22 जुलाई को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी.
एसएसपी कार्यालय पौड़ी से मिली जानकारी के अनुसार, बीती 22 जुलाई को मेरठ के अब्दुल्लापुर गांव निवासी सतपाली देवी पत्नी रामपाल अपने बेटे संदीप (35) एवं बेटी रीना (26) के साथ नीलकंठ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने पहुंची थी. कांवड़ मेले में भारी भीड़ होने के चलते बच्चे उससे कहीं बिछड़ गए. जिस पर पुलिस ने कांवड़ मेले के लिए बनाई गई सभी चौकियों को अलर्ट कर खोजबीन शुरू की. पुलिस कर्मियों ने आसपास के यात्रियों से पूछताछ करने के साथ ही पुलिस ने मेरठ में उनके ग्रामप्रधान से उनके परिवारजनों के मोबाइल नंबर जुटाए. इसके बाद पुलिस ने मोबाइल नंबरों पर फोन करने तथा लोकेशन ट्रेस करने के बाद महिला को उनके बच्चों से मिलाया.
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