देहरादून न्यूज़: धामी सरकार के बजट में महिलाओं के विकास पर भी विशेष फोकस किया गया है. बजट में महिलाओं को आर्थिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने पर जोर दिया गया है. महिला सशक्तिकरण के तहत कई योजनाओं को लेकर वित्तीय प्रावधान किए गए हैं.
बचपन से ही सही पोषण मिल सके, इसके लिए सक्षम आंगनबाड़ी एंड पोषण 2.0 योजना के तहत अनुपूरक पोषाहार कार्यक्रम में लाभ पहुंचाया जा रहा है. छह महीने से लेकर छह वर्ष तक की आयु में 8.47 लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. इस बार बजट में इसके लिए 288.24 करोड़ का प्रावधान किया गया है. महिलाओं के पोषण स्तर में और अधिक सुधार को 42.43 करोड़ का बजट दिया गया है.
महिलाओं को सशक्त करने को मिशन शक्ति योजना के तहत सम्बल और सामर्थ्य पर फोकस किया गया है. वन स्टॉप सेंटर, नारी अदालत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, सती निवास, पालना योजना पर काम किया जा रहा है. प्रसव काल में महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य की देखभाल को आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके लिए 4.43 करोड़ का बजट मिलेगा.महिलाओं को अपने बच्चों के लालन पालन को परेशान न होना पड़े, इसके लिए सीएम आंचल अमृत योजना के तहत सप्ताह में चार दिन दूध उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए दस करोड़ मिलेंगे. सीएम बाल पोषण अभियान योजना के तहत तीन से छह वर्ष के बच्चों को सप्ताह में दो दिन केला, चिप्स, अंडा मिलेगा. इस पर 26.72 करोड़ खर्च होंगे. नंदा गौरा योजना में पहली दो बेटियों को जन्म के समय 11 हजार और 12 वीं पास करने पर 51 हजार रुपए मिलेंगे. इस पर 282.50 करोड़ खर्च होंगे.
सीएम महालक्ष्मी योजना में 19 करोड़
सीएम महालक्ष्मी योजना में प्रसव के बाद महिला और कन्या शिशु की देखभाल और पोषण को प्रोत्साहित करने को जरूरी सामान की किट उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए 19.95 करोड़ दहिए जाएंगे. सीएम महिला पोषण योजना में आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को सप्ताह में दो दिन अंडा और खजूर देने को 20 करोड़ खर्च होंगे.
महिलाओं का कौशल बढ़ाने पर जोर
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं के कौशल को निखारा जाएगा. इसके लिए उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा. 19 सेक्टरों के 86 ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना में 46.66 करोड़ दिए जाएंगे. सीएम महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना को पांच करोड़ दिए जाएंगे.