बुधवार को प्रदेश में एक मरीज की मौत हुई है। जबकि 54 मरीज ठीक हुए हैं। 383 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।
उत्तराखंड में चार दिन बाद दो कोरोना संक्रमित मरीजों ने दमतोड़ा है। बीते 24 घंटे के भीतर 70 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि 54 मरीज ठीक हुए हैं। कोविड सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर का ग्राफ बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को 1133 सैंपलों की जांच की गई। इसमें 1063 सैंपल निगेटिव पाए गए। छह जिलों में 70 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसमें देहरादून जिले में 54, नैनीताल व ऊधमसिंह नगर में पांच-पांच, हरिद्वार में चार, अल्मोड़ा व टिहरी जिले में एक-एक संक्रमित मामले सामने आए हैं।
पौड़ी और टिहरी जिले में दो संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसमें पौड़ी जिले में हुई मरीज की मौत बैकलॉग की है। प्रदेश भर में 54 मरीज स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में 383 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 95.74 प्रतिशत और संक्रमण दर 6.18 प्रतिशत दर्ज की गई।
सार्वजनिक स्थानों, भीड़भाड़ भरे बाजारों में कोरोना गाइडलाइन की उड़ाई जा रहीं धज्जियां
राजधानी दून समेत राज्य के सभी जिलों में फिर से कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ने लगा है। इसके लिए कोई और नहीं कहीं न कहीं हम लोग ही जिम्मेदार हैं। अगर अब भी हमने सावधानी नहीं बरती तो कोरोना संक्रमण के फिर से विकराल रूप लेने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। शहर की हर गली से लेकर बाजारों तक में कोरोना गाइड लाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
स्वास्थ विभाग के आंकड़ों पर ही नजर डालें तो एक दिन पहले राजधानी दून समेत पूरे जिले में कोरोना संक्रमण के 24 घंटे के भीतर 51 मरीज सामने आए थे जबकि पूरे प्रदेश में यह संख्या 102 थी। आज की तारीख में देहरादून जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 232 है। अगर अब भी लोग नहीं चेते तो इस संख्या में दिन दूना और रात चौगुना इजाफा होने से कोई नहीं रोक सकता है। जनता की लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार, शासन और जिला प्रशासन की ओर से किए जा रहे प्रयास बेमानी साबित हो रहे हैं।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य की ओर से तमाम कदम उठाए गए हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाएं और ऐसे लोगों को चिह्नित करें जो बगैर मास्क के भीड़भाड़ वाले बाजारों में घूम रहे हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित करने के साथ ही उन पर पांच सौ रुपये जुर्माना भी लगाया जाए। मै खुद भीड़भाड़ वाले बाजारों का जायजा लूंगा और यदि बाजारों में कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के घूमता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।