उत्तराखंड

7 IAS अधिकारी, अब तक नहीं भर सके गड्ढे

Admin4
21 July 2022 10:26 AM GMT
7 IAS अधिकारी, अब तक नहीं भर सके गड्ढे
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देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने की जिम्मेदारी अब तक करीब 7 IAS अफसरों को मिल चुकी है, लेकिन अब तक सड़कों के गड्ढों से जनता को निजात नहीं मिल पाई है. भले ही सरकार और प्रशासन की तरफ से सड़कों की तस्वीर बदलने के कई तरह के दावे किए गए हों, लेकिन आज भी सड़कों पर हिचकोले खाती जनता की परेशानी जस की तस है. कारण है स्मार्ट सिटी के नाम पर देहरादून में विकास कार्यों की कछुआ गति. इन सड़कों से स्थानीय लोग तो परेशान हैं ही, देश दुनिया से आने वाले पर्यटकों के सामने भी शहर की छवि बिगड़ रही है.

देहरादून की कई सड़कों पर जगह-जगह बड़े गड्ढे आए दिन हादसों का कारण भी बन रहे हैं. इतना ही नहीं, बरसात के दिनों में तो ये गड्ढे आम जनता के लिए ज़्यादा खतरनाक हो गए हैं, जो कभी भी बड़े हादसे को दावत दे सकते हैं. स्थानीय जनता अब उम्मीद भी छोड़ चुकी है कि उन्हें स्मार्ट सिटी की सड़कें कभी मिल पाएंगी. उनके लिए यही सपना सच होने जैसा हो गया है कि काश सिर्फ उनके क्षेत्र की सड़कें गड्ढों से मुक्त हो जाएं.

सर्वे चौक निवासी बहादुर सिंह बताते हैं कि यहां बरसात में गड्ढों में भरा पानी स्कूली बच्चों और महिलाओं के लिए आफत बन जाता है. गंदे पानी की वजह से कई बार स्कूली बच्चों की यूनिफॉर्म खराब हो जाती है. डीएल रोड निवासी सलीम अहमद कहते हैं कि इन सड़कों के गड्ढों से जनता बहुत परेशान है. पलटन बाजार के दुकानदार रमेश कुमार का कहना है 15 दिन पहले ही यह सड़क बनी थी, जिसमें दोबारा गड्ढे पड़ गए. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू होने से लेकर अब तक 7 आईएएस अफसर बदले गए लेकिन गड्ढे नहीं भर पाए.

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