उत्तराखंड

प्रदेश में सामने आए कोरोना के 61 नए मामले, दो मरीजों की हुई मौत

Gulabi Jagat
31 Aug 2022 1:23 PM GMT
प्रदेश में सामने आए कोरोना के 61 नए मामले, दो मरीजों की हुई मौत
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Corona in Uttarakhand : उत्तराखंड में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 61 नए मामले मिले, जबकि 165 मरीज स्वस्थ हुए हैं। बुधवार को कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई है। '
सक्रिय मामलों की संख्या 495
वहीं, कोरोना संक्रमण दर 3.24 प्रतिशत रही। प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 495 हो गई है। देहरादून में सबसे अधिक 193 और नैनीताल में 130 सक्रिय मामले हैं।
पिछले 24 घंटे में देहरादून में सबसे अधिक संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में देहरादून में सबसे अधिक 21 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा नैनीताल में 18, अल्मोड़ा, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में तीन-तीन, हरिद्वार में सात, पिथौरागढ़ में चार व चमोली और चम्पावत में एक-एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला है।
इस साल 321 मरीजों की मौत
तीन अन्य चार जिलों बागेश्‍वर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी में बुधवार को कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला है। प्रदेश में इस साल कोरोना के 1,03,213 मामले आए हैं। इनमें से 98,671 (95.60%) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। कोरोना से इस साल 321 मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
तीन दिवसीय योग कार्यशाला का समापन
गोपेश्वर महाविद्यालय के बीएड विभाग के छात्रों व शिक्षकों का तीन दिवसीय राज्य स्तरीय योग कार्यशाला का बुधवार को समापन हो गया है। महाविद्यालय के बीएड विभाग के छात्राध्यापक-छात्राध्यापिकाओं की तीन अध्यापक प्रशिक्षुओं के लिए योग की प्रसंगिकता विषय पर कार्यशाला का आयोजित की गई थी, जिसका बुधवार को समापन हो गया है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने कहा कि योग से हमारा सामाजिक और आध्यात्मिक विकास होता है, जो उत्तम मनुष्य होने के लक्षण होते हैं। कार्यक्रम प्रो. एमएस पंवार ने कहा कि योग से हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं तथा योग ही एक ऐसा साधन है कि जिसके द्वारा ही विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला ने कहा कि शिक्षा हमारे जीवन के सभी प्रकार के भय और दोष समाप्त करती है, जिससे मनुष्य महामानव की श्रेणी में आता है। प्रभारी प्राचार्य व कार्यशाला के संयोजक डॉ. बीसी शाह ने कहा कि योग हमें सामाजिक जीवन में उत्तम प्रकार से कर्म करना सिखाता है। जिससे हमारा जीवन सफल हो जाता है।
योग प्रशिक्षिका संगीता नेगी ने कहा कि योग भारत की एक ऐसी प्राचीन संपदा है। इस अवसर पर डा. ममता असवाल, डा. अखिलेश कुकरेती, डा. एस एल बटियाटा, अंजली, प्रिया, सहित कई मौजूद थे।
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