उत्तराखंड

ऑपरेशन मुक्ति भिक्षावृत्ति में फंसे 57 बच्चों का पढ़ाई से किनारा

Admin Delhi 1
15 Jun 2023 6:16 AM GMT
ऑपरेशन मुक्ति भिक्षावृत्ति में फंसे 57 बच्चों का पढ़ाई से किनारा
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देहरादून न्यूज़: ऑपरेशन मुक्ति’ के तहत पुलिस प्रशासन के प्रयास सफल होते नजर नहीं आ रहे हैं. जागरूकता की कमी और आर्थिक तंगी से परेशान लोग बच्चों को स्कूल भेजने से बच रहे हैं. नतीजा यह है कि प्रदेश में मार्च 2023 तक 57 फीसदी बच्चे स्कूल छोड़ चुके हैं.

प्रदेश में भिक्षावृत्ति और कूड़ा बीनने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ‘ऑपरेशन मुक्ति’ शुरू किया था. इसके तहत आर्थिक रूप से निर्बल, बेसहारा बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराया गया. अभियान में पुलिस प्रशासन को काफी हद तक कामयाबी भी मिली. प्रदेश भर में 2024 बच्चों का दाखिला विभिन्न स्कूलों में करवाया गया, लेकिन कुछ ही समय में बच्चों और अभिभावकों का ऑपरेशन मुक्ति से मोह भंग हो गया. नतीजा रहा कि मार्च 2023 तक 1155 बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया, जबकि 858 बच्चे ही स्कूल जा रहे हैं. स्कूल छोड़ने वालों में सबसे अधिक बच्चे हरिद्वार (506) के हैं, जबकि यूएस नगर के 337 व देहरादून के 194 बच्चे शामिल हैं.

इस वर्ष 1400 के सत्यापन इस वर्ष पुलिस ने भिक्षावृत्ति व कूड़ा बीनने वाले 1400 बच्चों के सत्यापन किए और 935 का स्कूल में दाखिला कराया. सबसे अधिक हरिद्वार में 475 में से 263, देहरादून में 392 में से 256, ऊधमसिंहनगर में 116 में से 107, अल्मोड़ा में 79 में से 73 और नैनीताल में 121 में से 62 बच्चे स्कूल भेजे जा सके हैं.

पहाड़ के बच्चों ने अपनाया पढ़ाई का रास्ता

आंकड़ों के मुताबिक पर्वतीय जिलों के बच्चों ने पढ़ाई का रास्ता अपनाया है. रुद्रप्रयाग में सभी छह और अल्मोड़ा में आठ बच्चे स्कूल जा रहे हैं. चम्पावत में 156 में से 139, पिथौरागढ़ में दो में से एक, टिहरी में 48 में से 16 बच्चों ने पढ़ाई में रुचि दिखाई है. उत्तरकाशी और बागेश्वर में पुलिस को एक भी बच्चा नहीं मिला.

भिक्षावृत्ति और कूड़ा बीनने का काम करने वाले बच्चों को स्कूल भेजकर मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. कुछ बच्चों ने स्कूल छोड़ा है, लेकिन पुलिस बच्चों के अभिभावकों को लगातार जागरूक कर रही है.

-डॉ. नीलेश आनंद भरणे, आईजी कुमाऊं.

‘ऑपरेशन मुक्ति’ के तहत प्रमुख पांच जिले

जिला सत्यापित स्कूल गए वापस लौटे

देहरादून 426 232 194

हरिद्वार 638 132 506

यूएसनगर 525 179 337

चम्पावत 156 139 17

पौड़ी 141 83 45

स्रोत- यह आंकड़े पुलिस विभाग के मुताबिक हैं.

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