उत्तराखंड के नई टिहरी जिले में हाल ही में शुरू हुए सुरकंडा मंदिर रोपवे रविवार दोपहर को तकनीकि खराबी की वजह से बंद हो गया। करीब आधे घंटे तक रोपवे बंद होने से यात्री फंस गए। टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय सहित करीब चार दर्जन से अधिक लोग रोपवे में फंस गए। रोपवे में तकनीकी खराबी का पता चलते ही रोपवे में बैठे लोग घबराए हुए नजर आए।
बीच रास्ते में ही रोपवे के बंद होने से लोगाें में चीख-पुकार मच गई। थोड़ी दूर चलने के बाद रोपवे फिर बंद हो गई। रोपवे के बीच रास्ते में बंद होने से लोग जोर-जोर से मदद की गुहार लगाने लगे। करीब आधे घंटे तक लोग जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे। सुरकंडा देवी रोपवे को करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोबारा चालू किया गया।
एक-एक करके लोगों को रोपवे से सुरक्षित उतारा गया। स्थानीय प्रशासन ने तकनीकी जांच तक रोपवे के संचालन को बंद करवा दिया है।रविवार के दिन सुरकंडा मंदिर में लगा रोपवे दोहपर में लगभग सवा चार बजे के लगभग तकनीकी खामी के चलते बंद हो गया। जिससे रोप वे में सवार लगभग चार दर्जन से अधिक लोग आधा घंटे तक हवा में लटके रहे।
लोगों ने रोप वे संचालकों से जानकारी चाही, तो उन्होंने बिजली न होने का बहाना तक बना डाला। लगभग आधे घंटे बाद किसी तरह से रोप वे को चालू कर लोगों को रोप वे से सुरक्षित बाहर निकाला गया। रोपवे में आधे घंटे तक फंसे फूलदास, रमन सिंह व चंदन ने बताया कि रोप वे का इस तरह से रूक जाने से वे घबरा गये थे।
एक बार लगा कि अगर रोप वे चालू न हुआ तो, क्या होगा। भगवान का शुक्र है कि रोप वे चालू हुआ। बताया जा रहा है कि चक्के से तार उतर जाने के कारण रोप वे बंद हुआ। तकनीशियनों ने खंभे पर चढ़कर खामी को पूरा कर संचालन शुरू किया। एसडीएम धनोल्टी लक्ष्मी राज चौहान ने बताया कि फिलहाल रोप वे के संचालन को बंद करवा दिया गया है।
तकनीकी इंस्पेक्शन एजेंसी ब्रिडकुल की जांच के बाद फिट पाये जाने के बाद ही रोप वे का संचालन शुरू किया जायेगा। विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि इस तरह से रोप वे का बंद होना दुर्घटना की दृष्टि से उचित नहीं है। समय-समय ठोस तकनीकी जांच रोप वे की होती रहनी चाहिए।
रोपवे हादसे से टिहरी विधायक किशाेर उपाध्याय काफी नाराज दिखाई दिए। हादसे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक उपाध्याय ने इसकी जांच की मांग की है। कहा कि वह इस मामले को लेकर सचिव पर्यटन के साथ ही कंपनी के प्रतिनिधियों से भी बात करेंगे। कहा कि पर्यटन के नाम पर किसी भी यात्री की जिंदगी खतरे में नहीं डाल सकते।
उपाध्याय ने कहा कि रोपवे की शुरुआत में भी तकनीकि खराबी की बात सामने आई थी। उन्होंने कहा कि रोपवे जबतक पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता तबतक इसके संचालन पर पूरी तरह से रोक लगा देनी चाहिए।