उत्तराखंड

समाज कल्याण विभाग में भी 37 प्रमाण पत्र मिले फर्जी

Admin Delhi 1
17 March 2023 8:36 AM GMT
समाज कल्याण विभाग में भी 37 प्रमाण पत्र मिले फर्जी
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हरिद्वार न्यूज़: नंदा गौरा योजना के बाद समाज कल्याण विभाग में भी फर्जी प्रमाण पत्र लगाने का खुलासा हुआ है. योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ताओं ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाए हैं. प्रारंभिक जांच में 37 प्रमाण पत्र फर्जी निकले हैं. सीडीओ ने समाज कल्याण विभाग के अलावा अन्य विभागों को प्रमाण पत्रों के जांच के आदेश दिए हैं.

सीडीओ प्रतीक जैन के मुताबिक नंदा गौरा येाजना में मामला पकड़े जाने के बाद उन्होंने अन्य विभागों में भी प्रमाण पत्र की जांच करानी शुरू की थी. समाज कल्याण विभाग में जाति प्रमाण पत्रों के अलावा अन्य प्रमाण पत्र फर्जी निकले हैं, जिसके बाद उन्होंने विस्तृत जांच के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. समाज कल्याण, खाद्यपूर्ति, शिक्षा, खेल समेत अन्य विभागों में प्रमाण पत्रों की जांच के आदेश दिए हैं.

200 से 1000 तक लिए गए रुपये फर्जी प्रमाण पत्र के लिए देहात क्षेत्रों में 200 रुपये लेकर 1000 रुपये तक आवेदनकर्ताओं से लिए गए. कई आवेदनकर्ताओं को यह तक नहीं पता कि उनके प्रमाण पत्रों के साथ छेड़छाड़ हुई.

कंप्यूटर से एडिटिंग कर बदल दी वार्षिक आययोजना का लाभ लेने के लिए 72 हजार और उससे कम की वार्षिक आय चाहिए होती है, इसलिए प्रमाण पत्रों में 72 हजार से कम की आय दिखाई गई है, जबकि असल प्रमाण पत्र में 96 हजार रुपये की वार्षिक आय परिवार की दिखाई गई है. 96 हजार को कंप्यूटर से एडिटिंग कर बदला गया है.

सीएससी से हुआ खेल

सीडीओ ने बताया कि जांच में सामने आया है कि सीएससी से यह सब किया गया है. देहात और शहर क्षेत्र के सीएससी सेंटरों की जांच के आदेश दिए है.

37 और प्रमाण पत्र समाज कल्याण में फर्जी निकले हैं, सभी विभागों को प्रमाण पत्रों की जांच के निर्देश दे दिए हैं. -प्रतीक जैन, सीडीओ

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