नैनीताल. उत्तराखंड के नैनीताल के बीडी पांडे जिला अस्पताल (BD Pandey District Hospital Nainital) में इन दिनों आंखों की समस्या से जुड़े मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. एक महीने में करीब 1200 से 1500 मरीज अस्पताल में आंखों की समस्या लेकर आ रहे हैं. लगभग 40 से 50 मरीज रोजाना आंखों से संबंधित शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. इनमें से ज्यादातर मरीज कंजक्टिवाइटिस के हैं. प्रदूषण, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल और अन्य वजहों से भी आंखों में दिक्कत हो रही है.
जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ दीपिका लोहनी ने न्यूज 18 लोकल से बात करते हुए बताया कि इन दिनों मौसम के बदलने की वजह से कंजक्टिवाइटिस के मरीज काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. कंजक्टिवाइटिस दरअसल बैक्टीरिया और वायरल से होने वाला इंफेक्शन है. इसे पिंक आई भी कहा जाता है. इसमें आंखों में लाल या गुलाबी रंग दिखने लगता है. इसके अलावा मोतियाबिंद और अन्य एलर्जी ग्रसित मरीज भी अस्पताल आ रहे हैं.
डॉ दीपिका ने बताया कि आंखें शरीर का काफी नाजुक हिस्सा हैं, इसलिए इसकी देखभाल करना बेहद जरूरी है. आंखों से जुड़ी समस्या से बचने के लिए रोजाना आंखों को साफ पानी से धोना चाहिए. हाथों का इस्तेमाल करके आंखों को नहीं मलना चाहिए और अगर आंखों में ज्यादा समस्या या रेडनेस आती है, तो तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
नेत्र रोग विभाग के टेक्नीशियन महेंद्र सिंह का कहना है कि रोजाना करीब 50 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. इनमें ज्यादातर मरीज ऑई फ्लू और कंजक्टिवाइटिस के हैं. कैटरैक्ट के मरीज भी दिन में 4-5 आ रहे हैं. महीने भर में लगभग 30 कैटरैक्ट के मरीजों का ऑपरेशन किया जा रहा है. कुछ मरीजों में देखा गया है कि उनकी आंखें बेहद ही कमजोर हो गई हैं, जो ज्यादा देर तक मोबाइल फोन, लैपटॉप और कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने से हो सकता है. फिलहाल डॉक्टर की सलाह से अस्पताल में दवा, चश्मा और ऑपरेशन सभी की सुविधा दी जा रही है.