बागेश्वर: हिमालयी गांवों में रुक-रुक वर्षा का दौर चल रहा है। बिजली पानी सड़क संचार आदि सुविधाएं पटरी से उतर रही हैं। गांवों को जोड़ने वाली सड़कें और रास्ते मलबे में तब्दील हो चुके हैं। यहां आपदा से 10 हजार लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। रविवार की सुबह हल्के बादल छाए रहे और दिन भर चटक धूप रही। जिसके कारण उमस भरी गर्मी पड़ी।
रविवार की सुबह हल्के बादल छाए रहे और दिन भर चटक धूप रही। जिसके कारण उमस भरी गर्मी पड़ी। शाम होते ही फिर बादलों से आसमान ढक गया। हिमालय की तलहटी वाले गांवों में बूंदाबांदी की सूचना है। सरयू नदी में सिल्ट आने से पेयजल की समस्या बनी हुई है।
जिला मुख्यालय में सुबह 12 बजे बाद एकाएक बिजली कट गई। पांच बजे बाद भी नहीं आई। जिससे लोग उमस भरी गर्मी से परेशान रहे। बिना वर्षा के घंटों कटौती पर लोगों में आक्रोश है। फ्रिज में रखा सामान खराब हो गया। आइसक्रीम आदि गल गई। पंखे, एसी आदि भी शोपीस में तब्दील हो चुके हैं। इधर, अधिशासी अभियंता ऊर्जा निगम मोहम्मद अफजाल ने बताया कि तकनीकी खराबी को दुरुस्त किया जा रहा है।