उत्तराखंड इलेक्शन : देवभूमि उत्तराखंड में एक दिन में 814 नए मामले मिलने के बाद सभी राजनीतिक रैलियों को बैन किया गया
राज्य में COVID-19 मामलों की बढ़ती संख्या के बीच राजनीतिक रैलियों और विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाने वाला उत्तराखंड पहला चुनावी राज्य बन गया। ये निर्णय राज्य में एक दिन में 814 नए मामले मिलने के बाद लिया गया है। पिछले साल 21 जून को राज्य में 892 मामले सामने आए थे। एक सरकारी आदेश के अनुसार, राजनीतिक रैलियों और प्रदर्शनों पर प्रतिबंध कम से कम 16 जनवरी तक जारी रहेगा
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनावी राज्यों में राजनैतिक रैली और विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है। इसको लेकर चुनाव आयोग (Election Commission) भी मंथन कर रहा है। इस बीच उत्तराखंड (Uttarkhand)ने एक बड़ा निर्णय लिया है। उत्तराखंड सरकार ने सभी तरह की चुनावी रैलियों और किसी भी तरह के प्रोटेस्ट पर 16 जनवरी तक के लिए बैन लगा दिया है।
नई गाइडलाइन जारी
नए गाइडलाइन के अनुसार, सभी शॉपिंग मॉल, जिम, सिनेमा हॉल, स्पा, सैलून, पार्क, थिएटर, खेल संस्थान, स्टेडियम, खेल के मैदान, सभागार और भोजनालय 50% क्षमता के साथ खुले रहेंगे, जबकि स्विमिंग पूल और वाटर पार्क 16 जनवरी तक बंद रहेंगे।
सभी मनोरंजन, शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी गई है।
शादियों और अंतिम संस्कार में केवल 50% लोगों के शामिल होने की अनुमति है, जबकि सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
नाइटकर्फ्यू लागू
उत्तरखंड में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइटकर्फ्यू लागू रहेगा। इसके अलावा नई गाइडलाइन में कहा गया है कि जों भी बिना कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के राज्य में एंट्री लेना चाहते हैं उनके लिए टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा।
आने वालों को नकारात्मक परीक्षण के बिना अनुमति नहीं दी जाएगी। राज्य ने शुक्रवार को 814 नए मामले दर्ज किए, जो सात महीनों में सबसे अधिक है।