- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- डाक विभाग में नौकरी...

x
बड़ी खबर
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र में डाक विभाग में क्लर्क की नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित का कहना है कि आरोपी ने ढाई लाख में नौकरी लगवाने की बात कही थी। डेढ़ लाख रुपये लेकर आरोपी ने फर्जी नियुक्ति-पत्र थमा दिया। जब वह ट्रेनिंग के लिए दिल्ली पहुंचा तो फर्जीवाड़े का पता चला। एसएसपी के आदेश पर मधुबन बापूधाम पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर लूटे 1.5 लाख रुपए
संजय नगर सेक्टर-23 में रहने वाले राजेंद्र कुमार गौतम का कहना है कि जनवरी 2019 में उनकी मुलाकात पड़ोस में रहने वाले विकास त्यागी से हुई थी। बातचीत के दौरान विकास ने बताया कि वह सरकारी नौकरी लगवाने का काम करता है। सरकारी विभागों के अधिकारियों से उसकी अच्छी जान-पहचान है। उसने भरोसा दिलाने के लिए कई लोगों के नियुक्ति-पत्र और आईकार्ड भी दिखाए। इससे उन्हें भी विकास त्यागी पर यकीन हो गया।
डाक विभाग में एलडीसी क्लर्क के पद पर नौकरी लगवाने का झांसा
इसके बाद विकास त्यागी ने उनकी भी सरकारी नौकरी लगवाने की बात कही। पीड़ित का कहना है कि विकास त्यागी ने कहा कि वह डाक विभाग में एलडीसी क्लर्क के पद पर उनकी नौकरी लगवा देगा, लेकिन इसके लिए ढाई लाख रुपये खर्च करने होंगे। विकास से मिलवाने पर परिजनों ने उसे डेढ़ लाख रुपये दे दिए।
जॉइनिंग करने पहुंचे तो ठगी का चला पता
राजेंद्र कुमार गौतम के अनुसार विकास त्यागी ने गोविंदपुरम निवासी अपने साथी हिमांशु शर्मा के साथ मिलकर उन्हें नियुक्ति-पत्र दिया और कहा कि उन्हें दस दिन की ट्रेनिंग के लिए कश्मीरी गेट जीपीओ (जनरल पोस्ट ऑफिस) जाना पड़ेगा। पीड़ित का कहना है कि वह वहां पहुंचे तो पता चला कि नियुक्ति-पत्र फर्जी है। फर्जीवाड़ा सामने आने पर उन्होंने विकास से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने एक लाख रुपये वापस कर दिए, लेकिन 50 हजार रुपये नहीं दिए।
सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से ठगी कर चुका है आरोपी
बाद में पता चला कि विकास त्यागी ने नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से रकम ठगी हुई है। नंदग्राम पुलिस ने उसे जेल भी भेजा था। मधुबन बापूधाम थाना प्रभारी मुनेश कुमार ने बताया कि केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।
Next Story