उत्तर प्रदेश

बरेका में होगा विश्व के सबसे शक्तिशाली इंजन का निर्माण, तकनीक देने को रूस, फ्रांस व जर्मनी में होड़

Renuka Sahu
21 Aug 2022 6:26 AM GMT
Worlds most powerful engine will be built in Bareka, Russia, France and Germany will compete to give technology
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फाइल फोटो 

विश्व में सबसे शक्तिशाली 12 हजार हॉर्स पावर का रेल इंजन का निर्माण हमारी तकनीक से हो, इसके लिए रूस, जर्मनी और फ्रांस की कंपनियों में होड़ लगी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विश्व में सबसे शक्तिशाली 12 हजार हॉर्स पावर का रेल इंजन का निर्माण हमारी तकनीक से हो, इसके लिए रूस, जर्मनी और फ्रांस की कंपनियों में होड़ लगी है। तीनों देशों की कंपनियों ने हाल ही में रेलवे बोर्ड के सामने अपनी तकनीक का प्रेजेंटेशन दिया है। रेलवे बोर्ड उनमें से किसी एक कंपनी की तकनीक को फाइनल करेगा। फिर, उसी के मुताबिक बरेका में 12 हजार एचपी के रेल इंजनों का निर्माण शुरू होगा। उन कंपनियों के प्रतिनिधि बरेका का भी दौरा कर चुके हैं।

बरेका विजिट करने वाली कंपनियों में रूस की एसटीएम व टीएमएच, जर्मनी की सीमेन और फ्रांस में काम करने वाली एक स्वेदशी कंपनी है। बरेका के एक अधिकारी के मुताबिक जिस कंपनी से तकनीक का करार होगा, वही अगले 35 साल तक रेल इंजनों का मेंटीनेंस भी करेगी। एक इंजन की औसत आयु 35 साल होती है। टीओटी यानी ट्रांसफर आफ टेक्नॉलॉजी की शर्तों में इंजनों का मेंटीनेंस भी शामिल किया जाएगा।
पहले सत्र में बनेंगे पांच रेल इंजन बरेका में 10 सत्रों में 12 हजार हार्सपावर के कुल आठ सौ रेल इंजन बनाए जाएंगे। इसका वर्षवार लक्ष्य तय हो चुका है। सत्र 2023-24 में पांच, इसके बाद 35 और उसके बाद 60 इंजन बनेंगे। बाद के सत्र में 100-100 विद्युत रेल इंजन का लक्ष्य मिलेगा। छह-छह हजार हार्सपावर के रेल इंजन का अलग लक्ष्य मिलता रहेगा। इंजन निर्माण के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जगह भी चिह्नित हो गई है।
वहीं पिछले महीने बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) की महाप्रबंधक अंजली गोयल की उपस्थिति में न्यू लोको टेस्ट शॉप में वित्तीय वर्ष 2021-22 में निर्मित 100वें रेल इंजन डब्ल्यूएजी9एचसी को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पूजन के बाद हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। यह रेल इंजन छह हजार अश्वशक्ति का मालवाहक विद्युत लोको छह हजार टन की मालगाड़ी को अकेले खींच सकता है।
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