उत्तर प्रदेश

इलाहाबाद में 28 साल बाद चुनी गई थीं महिला सांसद

Admindelhi1
24 April 2024 6:51 AM GMT
इलाहाबाद में 28 साल बाद चुनी गई थीं महिला सांसद
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आम चुनाव प्रयागराज के लिए बहुत खास रहा

इलाहाबाद: 2019 में सत्रहवीं लोकसभा के गठन के लिए हुआ आम चुनाव प्रयागराज के लिए बहुत खास रहा. इसलिए क्योंकि यह पहला मौका था जब जिले की दोनों संसदीय सीटों से महिला सांसद निर्वाचित हुई थीं. इस चुनाव की एक और खास बात यह रही कि सांसद निर्वाचित हुईं दोनों महिलाएं अपनी-अपनी सीट पर सर्वाधिक मतों के अंतर से मिली जीत के मामले में दूसरे स्थान पर हैं.

इलाहाबाद में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीत के मामले में अमिताभ बच्चन (1984) के बाद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी तो फूलपुर में केशव प्रसाद मौर्य (20) के बाद केशरी देवी पटेल का नाम है. इस लिहाज से यह आम चुनाव आगे भी याद किया जाएगा. भाजपा ने 2019 के चुनाव में पहली बार जिले में महिला प्रत्याशियों को मौका दिया था, इससे पूर्व के चुनाव में पार्टी ने कभी महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया था. पार्टी का प्रयोग सफल रहा. सांसद चुनीं गईं दोनों महिलाओं ने इससे पूर्व के चुनावों में भी भाग्य आजमाया था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी थी पर 2019 में एक साथ सांसद बन दोनों संसद की सीढ़ी चढ़ीं थीं.

पहले बात करते हैं डॉ. रीता बहुगुणा जोशी की जो इस सीट से सांसद बनने के लिए बतौर कांग्रेस प्रत्याशी 1999 के चुनाव में भी मैदान में थीं लेकिन तब भाजपा के डॉ.मुरली मनोहर जोशी और सपा के रेवती रमण सिंह के बीच हुए मुकाबले में उन्हें तीसरा स्थान मिला था. इस हार की कसर उन्होंने 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर सपा के राजेंद्र सिंह पटेल को 184275 मतों से पराजित कर निकाली थी. वहीं, फूलपुर से सांसद चुनीं गईं केशरी देवी पटेल ने 2004 के चुनाव में बतौर बसपा प्रत्याशी भाग्य आजमाया था उस चुनाव में उनका सपा प्रत्याशी अतीक अहमद से सीधा मुकाबला हुआ था, जिसमें वह 64347 मतों से चुनाव हार गई थीं. 20 के लोकसभा चुनाव में वह बतौर बसपा प्रत्याशी इलाहाबाद संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ी थीं लेकिन तीसरा स्थान मिला था.

दूसरी बार जीते थे विनोद सोनकर: 2019 के लोकसभा चुनाव में कौशाम्बी सीट से भारतीय जनता पार्टी के विनोद सोनकर को लगातार दूसरी जीत मिली थी. इस चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी से मैदान में उतरे पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज को पराजित किया था. जबकि इससे पूर्व 20 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने सपा के शैलेंद्र कुमार को पराजित कर जीत अपने नाम की थी.

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