उत्तर प्रदेश

आरपीएफ कांस्टेबल चेतन को गुस्सा क्यों आया

Admin Delhi 1
5 Aug 2023 6:49 AM GMT
आरपीएफ कांस्टेबल चेतन को गुस्सा क्यों आया
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मथुरा: बीमारी-क्रोनिक माइक्रोहैमरेज. लक्षण- सिरदर्द, उलटी या संतुलन गड़बड़ाना. विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो सामान्य बीमारी. मानसिक विकार, अतिक्रोध या अनियंत्रित गुस्सा की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना शून्य. यह डिस्क्रिप्शन या मेडिकल हिस्ट्री किसी सामान्य व्यक्ति की नहीं बल्कि जयपुर- मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में गोलियों की बौछार करके चार लोगों को मौत के घाट उतारने वाले आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह चौधरी का है. ऐसे में यक्ष प्रश्न यह खड़ा होता है कि आखिर चेतन को गुस्सा क्यों आया? इसकी वजह कामकाज या परिवार का तनाव तो नहीं था.

सिरदर्द की शिकायत के चलते चेतन इसी साल 12 फरवरी को अपने परिजनों के साथ मथुरा न्यूरो हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन डॉ.प्रवीण नाथ के पास पहुंचा था. उसकी मीनाक्षी इमेजिंग सर्विसेस, राधिका विहार में ब्रेन एमआरआई कराई गई थी. रिपोर्ट में दिमाग के दाएं हिस्से में क्रोनिक माइक्रोहैमरेज (रक्त के छोटे-छोटे थक्के) पाए गए थे. डॉ. नाथ ने जब आरपीएफ कांस्टेबल से मेडिकल हिस्ट्री और पूर्व ट्रीटमेंट की जानकारी चाही गई, तो उसने असमर्थता जताई. बताया कि ऐसे ही सिरदर्द होने पर कुछ महीने पहले इंदौर के एक निजी अस्पताल में उपचार कराया था. डॉ. नाथ से 10 दिन की दवा लेकर चेतन

चला गया और फिर लौटकर नहीं आया संबंध में मुंबई पुलिस कमिश्नर ने बीती रात दूरभाष पर जानकारी ली थी, जिन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है.

साथी ने भी बताई बीमारी की बात चेतन चौधरी की ड्यूटी सौराष्ट्र एक्सप्रेस के एस्कॉर्ट में लगाई गई थी. टीम ने सूरत तक इस ट्रेन को सुरक्षा प्रदान की और फिर वापसी में मुंबई के लिए जयपुर-मुंबई ट्रेन पकड़ ली. उसके साथी कांस्टेबल नरेंद्र परमार की मानें तो चेतन की तबीयत ठीक नहीं थी. उसे बुखार था. वह वलसाड में उतरना चाह रहा था लेकिन उसे उतरने नहीं दिया गया. टीम प्रभारी एएसआई टीकाराम मीणा ने समझाया कि दो-तीन घंटे में ड्यूटी पूरी हो जाएगी, इसलिए वह इसी ट्रेन में आराम कर ले.

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