उत्तर प्रदेश

बेगमपुल के जाम के झाम का आखिर जिम्मेदार कौन, चौथे दिन फिर सज गई सड़कों पर दुकानें

Admin Delhi 1
2 Jan 2023 11:36 AM GMT
बेगमपुल के जाम के झाम का आखिर जिम्मेदार कौन, चौथे दिन फिर सज गई सड़कों पर दुकानें
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मेरठ न्यूज़: तीन दिन ट्रैफिक पुलिस ने ईमानदारी से ड्यूटी निभाई तो बेगमपुल पर जाम मुक्त रहा। सड़कें भी खुली-खुली नजर आर्इं, लेकिन चौथे दिन फिर से सड़कों ठेले लग गए। दुकानें सज गई। आखिर कौन लगवा रहा है सड़कों पर ठेले? इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं? जब तीन दिन ठेले हट सकते हैं तो फिर लगातार ठेले सड़कों से क्यों नहीं हट सकते? इसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही हैं।

जिम्मेदारों पर कार्रवाई हुई तो यह तय मानिये कि जनता को बेगमपुल पर सड़क पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। कहीं ऐसा तो नहीं है कि ट्रैफिक पुलिस घूसखोरी कर ये ठेले सड़क पर लगवा रही हो, क्योंकि टैÑफिक पुलिस ने ही तीन दिन तक ठेले सड़कों पर नहीं लगने दिया। जनता को बड़ी राहत मिली थी। इसके लिए जनता ने ट्रैफिक पुलिस की प्रशंसा भी की थी, मगर अब फिर से ट्रैफिक पुलिस लोगों के निशाने पर आ गई हैं। इसमें टैÑफिक पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो टूक कह चुके है कि जीरो टोलरेंस पर अधिकारी काम करें। बावजूद इसके अधिकारी जीरो टोलरेंस नीति पर काम नहीं कर रहे हैं। बेगमपुल से सटकर लालकुर्ती को जाने वाले आम रास्ते पर बाजार सज जाता हैं। इसकी याचिका भी लोकेश खुराना ने हाईकोर्ट में दायर की थी, जिसमें सड़कों पर लगने वाली पैठ को खत्म करने की मांग की गई थी। इसमें हाईकोर्ट ने फटकार भी लगाई, लेकिन तब हाईकोर्ट के आदेशों का धरातल पर पालन ही नहीं किया गया तथा हाईकोर्ट का आदेश भी खो गया।

अब खुद ही ट्रैफिक पुलिस का तीन दिन तक जमीर जागृत हो गया था, तभी तो ट्रैफिक पुलिस की एक टीम बेगमपुल पर लगाई गयी। टीम ने बाकायदा ठेले और थ्री व्हीलर, ई-रिक्शा चालकों को यहां पर खड़ा नहीं होने दिया। एक तरह से बेगपमुल और लालकुर्ती जाने वाला रास्ता खुला-खुला दिखाई दे रहा था। जाम भी नहीं लगा। तीन दिन लोगों ने बड़ी राहत महसूस की, लेकिन नववर्ष का पहले दिन ही फिर से बेगमपुल और लालकुर्ती बाजार में जाने वाले रास्ते पर फिर से ठेले और बाजार लग गया।

बाजार सड़क पर लगा, जिसके बाद फिर जाम का झाम लगने लगा। लोग फिर से जाम से जूझने लगे। आखिर एसपी ट्रैफिक ने इसमें आंखें कैसे मूंद ली हैं? कैसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों का पालन कैसे नहीं हो रहा हैं? इसमें ट्रैफिक पुलिस क्या घालमेल कर रही हैं, इसमें ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों की भारी किरकिरी हो रही हैं। दरअसल, बेगमपुल से लालकुर्ती पैंठ बाजार में रास्ता जाता हैं, इसमें सड़क आवागमन के लिए हैं, लेकिन यहां ठेले व बाजार सज जाता है।

ये तीन दिन दिखाई दिया, लेकिन चौथे दिन एसपी ट्रैफिक ने कैसे आंखें बंद कर ली? कहीं तीन दिन अवैध अतिक्रमण को हटाकर चौथे दिन सेटिंग का खेल तो नहीं खेल दिया, यहीं मार्केट में भी चर्चा का विषय बना हुआ हैं। इसको लेकर भाजपा नेताओं तक इसकी शिकायत पहुंच गई हैं। भाजपा नेताओं ने भी सड़क से अतिक्रमण जब हट गया हैं तो फिर कैसे लगने दिया? इसमें किसी भाजपा नेता ने भी कोई हस्तक्षेप नहीं किया। अवश्य ही इसमें कोई घालेमल हो रहा हैं।

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