उत्तर प्रदेश

छुड़ाने के लिए बनाई गई थी कौन सी स्पेशल मिठाई

Admin4
18 Jun 2022 2:24 PM GMT
छुड़ाने के लिए बनाई गई थी कौन सी स्पेशल मिठाई
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छुड़ाने के लिए बनाई गई थी कौन सी स्पेशल मिठाई

नजाकत और नफासत के शहर लखनऊ को नवाबों का शहर (City Of Nawab) भी कहा जाता है.यहां की पहचान तहजीब और ऐतिहासिक इमारतों के साथ-साथ यहां का स्वादिष्ट अवधी खाना भी देश दुनिया तक मशहूर है.यहां टुंडे कबाब के अलावा मलाई गिलौरी (Malai Gilauri) का स्वाद भी बेहद खास है.मखमल की तरह मुलायम मलाई गिलौरी कीशुरुआत अवध के आखिरी नवाब वाजिद अली शाह की पान की लत को छुड़ाने के लिए हुई थी.नवाब वाजिद अली शाह को खाना खाने के बाद पान खाने का बहुत शौक था.उनके पान खाने की आदत से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा था.जिसको लेकर नवाब वाजिद अली शाह के शुभचिंतक पान के विकल्प के तौर पर मिठाई बनाने के लिए मशहूर राम आसरे (Ram Asrey) के पास पहुंचे और उनसे गुजारिश कर ऐसी मिठाई तैयार करने को कहा जिसके सेवन से दे उनकी पान खाने की लत छूट जाए.

तब राम आसरे ने नवाब वाजिद अली शाह के लिए मलाई गिलौरी या पान गिलौरी मिठाई बनाई थी.इसे खाने के बाद नवाब वाजिद अली शाह की पान खाने की आदत भी छूट गई थी और वह रोज चौक में राम आसरे के पास जाते थे और वहीं मलाई गिलौरी खाने लगे.पान के आकार की इस मिठाई को मलाई गिलौरी कहते हैं और इतनी मुलायम होती है किमुंह में रखते ही पूरी तरह से घुल जाती है.

इस तरह तैयार की जाती है मलाई गिलौरी

मलाई गिलौरी को बनाने के लिए सबसे पहले दूध को भट्टी पर कढ़ाई में रखकर धीमी आंच पर करीब ढाई घंटे तक पकाया जाता है. इसके बाद जब दूध की ऊपरी सतह पतली होकर जम जाती है तब इसे तिकोने आकार में काट कर उसकी पतली-पतली लेयर निकाल के करीब 3 लेयर में पान का आकार देकर पान मलाई गिलौरी तैयार की जाती है.इसमें मिश्री,पिस्ता,काजू ,बादाम,केसर,इलायची और चीनी का मिश्रण भरा जाता है.बाद में इसके ऊपर चांदी का वर्क लगा दिया जाता है. ताकि यह देखने में सुंदर लगे.मलाई गिलौरी दो तरह की बनाई जाती है, एक केसरिया और दूसरी सादी.सादी मलाई गिलौरी की ज्यादा मांग रहती है.

6 लीटर दूध में डेढ़ किलो मिठाई बनती है

मलाई गिलौरी बनाने के लिए 6 लीटर दूध को ढाई घंटे तक पकाया जाता है. इसके बाद 6 लीटर दूध में करीब डेढ़ किलो मलाई गिलौरी बनती है.मलाई गिलौरी की कीमत जानकर आप हैरान रह जाएंगे. एक मलाई गिलौरी यहां पर 30 रूपए की मिलती है.जबकि 720 रूपए प्रति किलो बिकती है.

पूर्व प्रधानमंत्रियों ने भी चखा है मलाई गिलौरी का स्वाद

हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई (Atal Bihari Vajpayee) और इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को भी लखनऊ की मलाई गिलौरी खाने का शौक था. यही वजह है कि राम आसरे दुकान में अक्सर अटल बिहारी बाजपेई और इंदिरा गांधी की ओर से गरीब 5 से 6 किलो का ऑर्डर आता रहता था.

खाने वालों की लगी रहती है लाइन

दुकान के संचालक बबलू त्रिवेदी ने बताया कि राम आसरे उनकी पांचवीं पीढ़ी के थे.उनकी फोटो आज भी दुकान के अंदर लगी हुई है. उन्होंने बताया कि एक दिन में कई किलो मलाई गिलोय बिक जाती है.साथ ही हमारी दुकान करीब 100 साल से भी अधिक पुरानी है.यहां पर इसे खाने वालों की लंबी लाइन लगी रहती है.

ऐसे पहुंचे यहां

Pan wali Gali chowk इसका पूरा पता है.इसकी website www.ramasreylucknow.com पर जाकर इसकी खासियत देख सकते हैं. यही नहीं दुकान के नंबर 0522-2254173 पर कॉल करके ऑर्डर दे सकते हैं.

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