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मेरठ: सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए नवंबर माह में 15 दिन की मोहलत दिए जाने के बावजूद नगर निगम के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को ही गड्ढे में पहुंचा रखा है। हालात यह हैं कि नगर क्षेत्र से जिधर से गुजरिये, हर सड़क पर गड्ढे आज भी नगर निगम के दावों की पोल खोलते नजर आते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले 15 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए निर्देश जारी किए थे। इस अवधि को बाद में बढ़ाकर 30 नवंबर कर दिया गया था। सीएम के इस प्राथमिकता वाले अभियान को नगर निगम से कितनी गंभीरता से लिया, इसका जायजा लेने के लिए जनवाणी टीम ने कुछ क्षेत्रों में भ्रमण किया। बेगमपुल से हापुड़ स्टैंड की ओर जाने वाले प्रमुख मार्ग पर जगह-जगह आज भी गहरे गड्ढे साफ देखे गए। रेलवे रोड चौराहे से जैननगर मंदिर की ओर इसी तरह जगह-जगह गड्ढे मिले।
गौरतलब है कि इन दिनों दिल्ली की ओर जाने वाली बसों समेत विभिन्न वाहनों को इसी रोड से निकाला जा रहा है। ऐसे में छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही के बीच इन गड्ढों के चलते हादसे की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा बागपत रोड, रोहटा रोड, श्यामनगर, नौचंदी क्षेत्र, छिपी टैंक स्थित शिव चौक पर आरजी कालेज से चेतन कांप्लेक्स की ओर कई जगह गहरे गड्ढे नजर आते हैं। इसके अलावा साकेत गोल मार्केट, साकेत चौराहा, ऊर्जा निगम की ओर जाने वाले रोड पर मेन हॉल के गहरे गड्ढे आए दिन वाहनों के लिए घातक सिद्ध हो रहे हैं।
लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की निगाह इन पर नहीं पड़ रही है। गन्ना भवन की ओर जाने वाले रोड पर जगह जगह गड्ढे ही गड्ढे नजर आते हैं। वह अलग बात है कि नगर निगम के अधिकारी दावा करते हैं कि नगर क्षेत्र के अधिकतर गड्ढों को भर दिया गया है। इस काम के लिए जो मापदंड तय किए गए हैं, उनके अनुसार एक फुट से लेकर दो मीटर से कम के गड्ढों को भरा गया है। इससे बड्े गड्ढों को सड़क मरम्मत के काम में शामिल किया जाता है। यह काम साल भर चलता रहता है