उत्तर प्रदेश

जब सिस्टम की तीसरी आंख हो बंद, अपराध पर कैसे लगेगा अंकुश

Admin Delhi 1
22 Feb 2023 12:13 PM GMT
जब सिस्टम की तीसरी आंख हो बंद, अपराध पर कैसे लगेगा अंकुश
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मेरठ: सिटी सर्विलांस के सीसीटीवी कैमरे पुलिस की तीसरी आंख हैं। इन तीसरी आंख से पुलिस शहर में मुख्य सड़कों, संदिग्ध व्यक्तियों, गतिविधियों तथा अपराधिक घटनाएं हो या ट्रैफिक कंट्रोल करने का सिस्टम पर नजर रखती हैं, लेकिन इनमें से कुछ कैमरे बंद पड़े हैं। ऐसे कैसे निगाहबानी होगी?

शहर हो या देहात हर जगह अपराध पर काबू पाने व किसी अप्रिय घटनाओं की रोकथाम के लिए लगाये गए कैमरों की पड़ताल की जाए तो यह वाकई चौंकाने वाली है। जिले में तीसरी आंख के रुप में लगे इन कैमरों की हालत इतनी खस्ताहाल हो चुक ी है कि अधिकांश स्थानों पर इन्होंने काम करना बंद कर दिया है। सौ से डेढ़ सौ की संख्या में लगे इन कैमरों में कुछ ने तो काम करना बंद कर दिया है। वहीं कुछ अभी भी सिस्टम पर सवाल उठाते देखे जा सकते हैं।

जिले में होने वाली चोरी लूट डकैती की अपराधिक घटनाएं भी शहर में लगी तीसरी आंख के चलते रुकने का नाम नहीं ले रही। हाल ही में कई चोरी, लूट डकैती की घटनाएं हुई। जिनमें पुलिस अपराधियों की परछाई तक नहीं पहुंच पाई। वहीं शहर के टीपी नगर क्षेत्र से किट्टू नाम की बच्ची का अपहरण हुए एक महीना से ज्यादा बीत गया, लेकिन पुलिस को आज तक अपहरणकर्ता का सुराग नहीं मिला। पुलिस ने लाख दावे किये कि सड़कों पर लगे कैमरों से अपहरणकर्ता तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है,

लेकिन नतीजा शून्य निकला। आज तक उस बच्ची का पता पुलिस नहीं लगा पाई। घटनाओं पर अंकुश लगाने व अपराधियोंं पर कैमरे से नजर रखकर उन तक पहुंचने में मदद करने वाले ये कैमरे पुलिस प्रशासन के लिए कोई खास मदद नहीं कर पा रहे हैं। शहर के प्रमुख चौराहों व स्थानों पर लगे इन सीसीटीवी कैमरों को पुलिस लाइन में कंट्रोल रुम से जोड़ा गया है। पुलिस लाइन में बने कंट्रोल रुम से शहर में लगे कैमरों से पुलिस शहर की सड़कों पर हर होने वाली गतिविधि पर नजर रखती है, लेकिन उसके बाद भी बदमाश घटना करके आराम से फरार हो जाते हैं।

पुलिस द्वारा मुस्तैद की गई तीसरी आंख पुलिस प्रशासन के सिस्टम पर सवाल पर बड़ा सवाल है। शायद ऐसा कोई ही दिन बीतता हो जब शहर या और देहात में कोई अपराधिक घटना न होती हो, लेकिन अभी तक ऐसी कोई अपराधिक घटना नहीं हुई जिसमें बदमाश इन कैमरों की मदद से रंगेहाथ पकड़े गए हो। पुलिस प्रशासन के सिस्टम की ये तीसरी आंख पूरी तरह से बंद है।

सरधना क्षेत्र में मंगलवार को बाइक सवार बदमाशों ने कैश की लूटना को अंजाम दिया। लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं लग पाया। अगर बात करें शहर में लगने वाले चौराहों व प्रमुख चौराहों पर जाम की। कंट्रोल रुम में लगे इन कैमरों से हर चौराहे पर नजर रखी जाती है। लेकिन इसके बावजूद भी शहर जाममय बना रहता है। शहर देहात में लगे इन कैमरों के बाद भी जाम और अपराधिक घटनाएं होना आम बात है।

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