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उत्तर प्रदेश
जब तोड़ दिया ममता बनर्जी से किया वादा... मुलायम सिंह यादव के समर्थन से राष्ट्रपति बने थे प्रणव मुखर्जी
Shantanu Roy
10 Oct 2022 11:59 AM GMT

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बड़ी खबर
लखनऊ। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का लंबी बिमारी के बाद सोमवार की सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनकर पक्ष-विपक्ष सभी दलों के नेताओं ने उनको अपनी श्रद्धांजली अर्पीत की है। राजनीति में मुलायम सिंह यादव ने कई दफा सबको चाैकाते हुए फैसले किए है। राजनीती के जानकार बताते है की 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में NDA के प्रत्याशी को हराने के लिए मुलायम सिंह यादव ने ममता बनर्जी से किया अपना वादा तोड़ दिया और UPA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया।
ममता से किया अपना वादा तोड़ा
जुलाई 2012 केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA गठबंधन की सरकार थी। उसी साल मार्च 2012 के यूपी विधानसभा का चुनाव जितकर उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा की सरकार थी। जुलाई 2012 में देश में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला था। इसके लिए UPA ने राष्ट्रपति पद के लिए प्रणव मुखर्जी का नाम आगे किया। वहीं NDA ने पी ए संगमा का नाम आगे किया। इसके बीच सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और ममता बनर्जी ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाना चाहते थे लेकिन अंत समय में मुलायम सिंह याादव ने ममता से किया अपना वादा तोड़ दिया। इस चुनाव में UPA के उम्मीदवार का समर्थन कर दिया।
NDA को हराने के लिए प्रणव मुखर्जी को किया वोट
राजनीति के जानकार बताते है की राजनीति में मुलायम सिंह यादव कोई भी फैसला बहुत सोच समझकर लेते थे। जब उन्होंने देखा की अब्दुल कलाम किसी भी हालत में चुनाव नही लड़ेगे और UPA के उम्मीदवार चुनाव हार सकते है। उस स्थिती में उन्होंने NDA के प्रत्याशी को हराने के लिए प्रणव मुखर्जी को समर्थन करने का ऐलान कर दिया। इस चुनाव में प्रणव मुखर्जी की जीत हुई थी।
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