उत्तर प्रदेश

फिर जो हुआ वो हैरान कर देगा, बाईपास सर्जरी के दौरान 210 मिनट तक बंद रहा महिला का दिल

Admin4
15 Sep 2022 12:23 PM GMT
फिर जो हुआ वो हैरान कर देगा, बाईपास सर्जरी के दौरान 210 मिनट तक बंद रहा महिला का दिल
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मेरठ: मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. डॉक्टर्स ने बताया कि जटिल प्रक्रिया में हाईटेक मशीनों के ज़रिए हृदय की धड़कन चलती रही और सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.पहली बार ऐसा सफल ऑपरेशन होने से डॉक्टर्स की टीम में ख़ासा उत्साह है.

ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाले डॉक्टर रोहित चौहान ने बताया कि 210 मिनट तक मरीज़ का दिल बंद रहा, लेकिन हाईटेक मशीनों से उसका दिल धड़कता रहा. यहां माइट्रल वॉल्व बदलने और ओपन हार्ट बाईपास की सफल सर्जरी हुई है. हाईटेक मशीनों के ज़रिए धड़कता रहा दिल और सफल ऑपरेशन हो गया.

डॉक्टर रोहित चौहान का कहना है कि अगर तीन मिनट ब्रेन को ब्लड नहीं मिला तो ब्रेन डेड हो जाएगा. तीन मिनट वो गोल्डन टाइम है जिसमें लाइफ मिल सकती है और डेथ भी हो सकती है. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज मेरठ में ऐसा आपरेशन पहली बार हुआ है. इस ऑपरेशन का खर्चा भी बेहद कम आया है.

मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डाक्टर वीडी पाण्डेय ने बताया कविता पत्नी राजू उम्र 34 वर्ष निवासी कंकरखेडा जनपद मेरठ, घबराहट, असामान्य हृदय गति, एवं छाती में दर्द से पिछले दो वर्ष से ग्रसित थी. उन्होंने विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में परामर्श लिया. परंतु प्रतीक्षासूची लम्बी होने के कारण वहां उनका इलाज नहीं हो पाया.उसके बाद उन्होंने मेडिकल कालेज मेरठ के कार्डियो थोरेसिक सर्जरी ओपीडी में परामर्श लिया जांच कराने पर पता चला कि मरीज का माइट्रल वाल्व खराब हो चुका है. जिसके कारण रक्त का प्रत्यावहन (बैक फ्लो) हो रहा है. मरीज को माइट्रल चाल्व को बदलने की सर्जरी का परमर्श दिया गया. कार्डियो थोरेसिक सर्जरी विभाग के सह आचार्य डाक्टर रोहित कुमार चौहान एवं उनकी टीम (ऐनेस्थीसिया डा० सुभाष दहिया, सर्जन डा. रोहित कुमार चौहान, परफयूज़निस्ट विमल चौहान, ओ०टी० इन्चार्ज हिमाली पौहान, स्टाफ बुशरा, नीतू ने मैकेनिकल हार्ट वाल्व का सफल प्रत्यारोपण हार्ट लंग मशीन की सहायता से मेडिकल कालेज मेरठ में करने का कीर्तिमान हासिल किया है.

हरिओम 50 वर्ष निवासी सलावा, जनपद मेरठ को हृदय का दौरा पड़ा उन्होंने मेरठ शहर स्थित हृदय रोग विशेषज्ञ से सम्पर्क किया. विशेषज्ञ ने बताया कि उनके ह्रदय की कोरोनरी आर्टरी बन्द हो चुकी है. स्टंट डालना पडेगा, मरीज तैयार हो गया. स्टंट डालने के आपरेशन के दौरान ही मरीज का रक्तचाप बहुत कम हो गया. मरीज की जान जा सकती थी. आनन-फानन में मरीज को मेडिकल कालेज मेरठ के आपातकालीन विभाग के लिए रेफर कर दिया गया.मरीज आपातकालीन विभाग में डा० रोहित कुमार चौहान के अधीन भर्ती किया गया. डा० रोहित कुमार चौहान ने कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी का परामर्श दिया. तीमारदारों को आपरेशन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया. मरीज के तीमारदारों की अनुमति से मरीज को आपरेशन थियेटर में शिफ्ट कराया गया. टीम ने सफल कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी की.

न्यूज़ क्रेडिट: specialcoveragenews

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