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- दूषित पानी की सप्लाई...
मेरठ न्यूज़: महानगर के मध्य स्थित पूर्वा इलाही बख्श वार्ड-54 में हर तरफ समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। लेकिन इनके समाधान के लिए नगर निगम की ओर से कोई कार्ययोजना नहीं बनाई गई है। इस वार्ड के अधिकांश हिस्से में टूटे-फूटे रास्ते, गंदगी के ढेर, चोक नाले और पीने के लिए दूषित पानी की सप्लाई को लोग अपनी नियती मान चुके हैं।
पूर्वा इलाही बख्श, जाटान, हरिनगर, खिस्त पजान, महाजन पाड़ा, पूर्वा मुकर्रब हुसैन, द्वारिकापुरी, करम अली आदि मोहल्लों को बनाए गए वार्ड-54 में करीब 12 हजार मतदाता हैं, जिनमें अधिकांश मुस्लिम हैं, जबकि 15 प्रतिशत के करीब हिन्दू मतदाता हैं। नगर निगम में इस वार्ड का पार्षद के रूप में प्रतिनिधित्व शहजाद मेवाती करते हैं।
वार्ड की समस्याओं के बारे में शहजाद कुरैशी, वाहिद मेवाती, दानिश कुरैशी, हाजी सलीम, इंतजार ख्वाजा आदि से बातचीत की गई। जिसमें यह बात सामने आई कि इस वार्ड के छोटे-बड़े मोहल्लों और बाजारों से इतर यहां की कपड़ा मार्केट दूर-दूर तक मशहूर हैं, जहां महानगर के अलावा देहात क्षेत्र के लोग अपनी जरूरत के अनुसार कपड़ों की खरीददारी करने के लिए आते हैं।
इस बाजार के मुख्य मार्ग का निर्माण जाने कब कराया गया था, यह बाजार क्षेत्र के दुकानदारों और मोहल्ले के लोगों को याद नहीं है। मौजूदा स्थिति यह है कि बाजार क्षेत्र में र्इंट-रोड़े और जगह-जगह गंदा पानी जमा देखा जा सकता है। इस क्षेत्र की जलनिकासी के लिए बनाए गए नालों पर अधिकांश दुकानदारों ने अतिक्रमण करके स्थायी निर्माण कर रखे हैं।
पूर्वा इलाही बख्श से ओडियन नाले को जोड़ने वाले इस नाले में जमा कूड़ा-करकट यही संकेत देता है कि इस मुख्य नाले की सफाई की ओर नगर निगम का कोई ध्यान नहीं है। रही सही कसर इस क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही डेयरियों ने पूरी रखी है। जिनसे निकलने वाले गोबर को नालियों में बहा दिया जाता है, और यह गोबर नालों तक को चोक कर देता है।
फिरोज एडवोकेट, हाजी सलीम चाहत वाले, वसीम अहमद, दानिश कुरैशी आदि का कहना है कि उन्हें अपने हाथों से नाले की पुलिया में फंसे कूड़े करकट को हटाकर सड़क पर जमा गंदे पानी को निकालने की व्यवस्था करनी पड़ी है। लोगों का कहना है कि प्रमुख नाले की साफ-सफाई शायद साल में एक दो बार भी न हो पाती हो। कभी टीम आती है, तो मशीन से ऊपर का कूड़ा हटाकर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है।
नाले के आए दिन चोक रहने के कारण पूरे वार्ड का पानी निकलने में दिक्कत आती है, और निचली गलियों में जलभराव की स्थिति बन जाती है इस वार्ड के लोगों की एक बड़ी पीड़ा यह है कि यहां पीने के साफ पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इस वार्ड में बिछाई गई पाइन लाइन कहीं से क्षतिग्रसत होने के कारण उसमें नाले का पानी मिल जाता है, जिसके कारण नलों से निकलने वाला पानी इतना गंदा होता है तो लोग उसे नाले का पानी बता कर पीने से भी इंकार कर देते हैं।
यहां तक कि बरसात के दौरान पानी से नहाने और कपड़े धोने का काम भी नहीं लिया जा सकता। ऐसी स्थिति में संपन्न परिवारों ने अपने घरों में समरसेबल लगा रखे हैं। और पास पड़ोस के लोगों को उन्हीं के माध्यम से पीने के पानी की आपूर्ति की जाती है।
इस वार्ड में नगर निगम की ओर से कुछ जगह पर 10 हॉर्स पावर के पंप भी लगाए गए हैं, जो न सिर्फ नाकाफी हैं बल्कि उससे निकलने वाले पानी को भी वार्ड के लोग संदेह की नजर से देखते हैं। उनका कहना है कि इन पंपों के जरिये पाइप लाइन में होकर ही आपूर्ति की जाती है, जिसको नगर निगम की जलकल टीम ठीक नहीं करा सकी है।
पार्षद का कथन: वार्ड-54 के पार्षद शहजाद मेवाती स्वीकार करते हैं कि वार्ड में निर्माण कार्य बहुत कम हुए हैं। जिसके लिए बोर्ड बैठक से लेकर व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों से मिलकर अनुरोध किया जा चुका है, लेकिन वार्ड के खराब रास्तों, नालों को लेकर नगर निगम प्रशासन ने कभी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया है। उनका कहना है कि हालांकि कुछ दिन पूर्व मेन रोड के निर्माण के लिए 86 लाख का इस्टीमेट बनाया है। बनियापाड़ा से करम अली रोड, सैनी मुहल्ला, ब्रह्मपुरी रोड, डामर रोड बना है। कच्चे दगड़े का नाला स्वीकृत है। लिसाड़ी गेट से बनियापाड़ा को जाने वाली 20 साल पुरानी सड़क पक्की सड़क स्वीकृत है, जिसमें नाले का निर्माण भी किया जाएगा। वार्ड में पीने के पानी की शिकायत को भी स्वीकार करते हुए पार्षद शहजाद मेवाती का कहना है कि पेयजल के लिए बिछाई गई पाइन लाइन कहीं से क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी साफ नहीं मिल पा रहा है। इस बारे में न जाने कितनी बार उन्होंने अधिकारियों से मिलकर इस ओर ध्यान दिलाया है।
लेकिन जलकल विभाग की टीम ने क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का पता लगाकर उसकी मरम्मत करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। उनका कहना है कि वार्ड में नगर निगम की ओर से मिलने वाली सुविधाओं में स्ट्रीट लाइट की स्थिति संतोषजनक है।