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उत्तर प्रदेश
किशोरी के चाचा की मौत पर भड़के ग्रामीण, पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
Admin4
19 Sep 2022 4:29 PM GMT

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थाना कुढ़फतेहगढ़ के गांव की नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामले में पुलिस की उदासीनता के चलते किशोरी के चाचा की हार्ट अटैक से मौत के बाद भड़के गांव वालों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही किशोरी की बरामदगी होने तक शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए। बाद में मुकदमे का विवेचक बदले जाने की कार्रवाई और किशोरी की शीघ्र बरामदगी के आश्वासन पर अंतिम किया।
उल्लेखनीय है कि… किशोरी को दूसरे गांव का युवक बहलाकर ले गया था। आठ दिन बाद भी पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा सकी। रविवार को वैश्य समाज के विभिन्न संगठन व परिजन पुलिस से मिले थे। लेकिन पुलिस ने कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं दिया। जिसको नाबालिग का चाचा सहन नहीं कर सका और उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। दूसरे दिन सोमवार को परिजन बरामदगी न होने तक अंतिम संस्कार न होने पर अड़ गए। इसके बाद पुलिस गांव पहुंची और चार दिन में बरामदगी के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
थाना कुढ़फतेहगढ़ के गांव निवासी नाबालिग को कुढ़फतेहगढ़ गांव का युवक 11 सितंबर को बहलाकर ले गया था। काफी तलाश के बाद नाबालिग का कोई सुराग नहीं लगा तो परिजनों ने 14 सितंबर को थाने में आरोपी आकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रविवार को अखिल भारतीय वैश्य फेडरेशन व श्री वार्ष्णेय विकास समिति के पदाधिकारियों के साथ परिजन थाने पहुंचे और पुत्री की बरामदगी किये जाने पर जोर दिया। पुलिस की इस कार्य प्रणाली व भतीजी के चले जाने को चाचा बर्दाश्त नहीं कर सका और उसकी रविवार की शाम हार्ट अटैक से मौत हो गई।
सोमवार को परिजनों ने नाबालिग की बरामदगी तक मृतक का अंतिम संस्कार न किए जाने की घोषणा कर दी। चाचा की मौत की सूचना के बाद हिंदू जागरण मंच के कौशल किशोर, बिसौली के पूर्व चेयरमैन अशोक वार्ष्णेय, राजा बाबू वार्ष्णेय, अखिल अग्रवाल, विनोद कुंमार वार्ष्णेय, योगेश गोल्डन, अमित वार्ष्णेय, देवेश नाथ गांव पहुंच गये। इस दौरान परिजनों की बात सुनकर थानाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह पुलिस बल के साथ गांव आ गये। इस दौरान वैश्य समाज व संगठनों के पदाधिकारियों से पुलिस की काफी नोकझोंक हुई।
परिजन मौके पर उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे, लेकिन कोई भी उच्चाधिकारी गांव नहीं पहुंचा। थानाध्यक्ष ने अपने अधिकारियों से इस दौरान फोन पर बात की और परिजनों के बारे में बताया। इसके बाद थाना पुलिस ने चार दिन में नाबालिग की बरामदगी व युवक के विरुद्ध कार्रवाई का परिजनों को आश्वासन दिया। परिजनों ने विवेचक दरोगा पर गंभीर आरोप लगाये। अधिकारियों से बात करके उक्त विवेचक को भी हटा दिया गया। अब जांच दूसरे उप निरीक्षक को सौंपी गई है। इसके बाद मृतक के परिजनों ने सोमवार दोपहर को अंतिम संस्कार किया।
परिजनों की मांग को मान लिया गया है। चार दिन में पुत्री के बरामदगी का आश्वासन दिया है। साथ ही मौजूदा विवेचक को हटाकर दूसरे उपनिरीक्षक को जांच सौंप दी गई है। पुलिस बरामदगी के लगातार प्रयासरत है।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar
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