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उत्तर प्रदेश
कोरोना पर सतर्कता, उप्र के सभी जिलों के 400 से अधिक अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल
Shantanu Roy
28 Dec 2022 11:42 AM GMT
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बड़ी खबर
लखनऊ। एक बार फिर दुनिया के कई देशों में बढ़ रहे कोविड के नए वेरियंट बीएफ-7 की आहट से देश में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंगलवार को समूचे उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए वेरियंट को परखने और बचाव के लिए डेडीकेटेड हॉस्पिटल में मॉक ड्रिल हुई, जिसमें वेंटीलेटर, दवा, ऑक्सीजन की उपलब्धता को परखा गया। मॉक ड्रिल के दौरान आईसीयू वार्ड में ऑक्सीजन प्लांट के प्रेशर की बारीकी से जांच की गई। प्रदेश के 75 जिलों के करीब 400 से अधिक अस्पतालों में मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान हर जिले में सरकार की ओर से नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे। साथ ही डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर भी मॉक ड्रिल के गवाह बने।
नहीं होगी किसी चीज की कमी: डिप्टी सीएम
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर हुई मॉक ड्रिल की हकीकत परखने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सुबह करीब 10 बजे राजधानी के जिला अस्पताल बलरामपुर पहुंचे। यहां उन्होंने मॉक ड्रिल का शुभारंभ करते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता से लेकर वेंटिलेटर, आईसीयू आदि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त पाईं। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना के नए वेरियंट को लेकर अलर्ट मोड में रहें। अस्पताल में सभी स्टाफ बिना मास्क के न आए इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना के इन वेरियंट को लेकर काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर किसी भी चीज की जरूरत है तो वह उनसे संपर्क कर सकते हैं। इस दौरान डिप्टी सीएम ने दवाओं, वैक्सीन समेत अन्य आवश्यक चीजों की उपलब्धता की बारीकी जांच की।
वाराणसी में कोरोना के नए वेरियंट को लेकर मुस्तैद
वाराणसी में जिला अस्तपाल समेत 11 अस्पतालों में वैश्विक महामारी कोविड-19 के नए वेरियंट को लेकर मॉक ड्रिल में संसाधनों की जांच की गई। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड की क्षमता, ऑक्सीजन की उपलब्धता व आईसीयू, वेंटिलेटर का आंकलन किया गया। पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संदीप चौधरी, अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अंशु सिंह व मुख्य चिकित्साधीक्षक की मौजूदगी में मॉक ड्रिल हुई। सीएमओ ने कहा कि यदि जनपद में कोरोना के मामले आते हैं तो हम इसके लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं। दवाओं की उपलब्धता व ऑक्सीजन की कमी नहीं है। अस्पताल के सभी कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है, जिससे हम किसी भी आपात स्थिति में निपटने के लिए तैयार हैं।
गोरखपुर में तय मानकों का किया निरीक्षण
गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज, 100 बेड टीबी अस्पताल, राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज बड़हलगंज, सीएचसी चौरीचौरा और सीएचसी कैम्पियरगंज में कोविड इलाज को लेकर मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान तय मानकों का निरीक्षण भी किया गया। ऑक्सीजन की उपलब्धता से लेकर वेंटिलेटर, आईसीयू आदि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गईं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष दुबे का कहना है कि जिले में कोविड प्रबंधन को लेकर सभी इंतजाम सुनिश्चित हैं। सभी 200 वेंटिलेटर तैयार हैं। 1000 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, 1000 से अधिक बड़े सिलेंडर उपलब्ध हैं। वहीं आवश्यकता के अनुरूप व्यवस्थाएं बढ़ा ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिला किसी भी स्थिति से निपटने के लिए टीम पूरी तरह से तैयार है।
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