उत्तर प्रदेश

ठगों के खिलाफ जुटे सात राज्यों के पीड़ित, चिट फंड कंपनी के नाम पर हजारों लोगों से अरबों की हुई है ठगी

Admin Delhi 1
24 Feb 2023 1:58 PM GMT
ठगों के खिलाफ जुटे सात राज्यों के पीड़ित, चिट फंड कंपनी के नाम पर हजारों लोगों से अरबों की हुई है ठगी
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इलाहाबाद न्यूज़: भिन्न चिट फंड कंपनियों के नाम पर देशभर में ठगी के शिकार हुए लोगों को जागरूक करने के लिए ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार मंडल ने परेड मैदान में ‘मिशन भुगतान भारत यात्रा’ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. बिहार, एमपी, छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई जिलों से सैकड़ों पीड़ित व जमाकर्ता परेड मैदान में जुटे. राष्ट्रीय अध्यक्ष आजाद सिंह शेखावत व मदन लाल आजाद ने लोगों को जागरूक किया. कहा ठगी के शिकार लोग जिलाधिकारी के यहां आवेदन करें. उनके रुपये वापस मिलेंगे. 23 मार्च को दिल्ली में अगली बैठक होगी.

बड्स एक्ट 2019 से मिलेंगे पीड़ितों को रुपये एक दशक पहले प्रयागराज समेत कई जिलों में चिट फंड कंपनियां आईं. रुपये दोगुना करने के नाम पर लाखों लोगों से अरबों रुपये लेकर भाग निकलीं. भारत सरकार ने बड्स एक्ट 2019 पारित किया जिसके तहत पीड़ितों को रुपये वापस दिलाने की बात की गई है. ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार मंडल का गठन करके इनके पदाधिकारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं.

डीएम कार्यालय में हजारों लोगों ने किया आवेदन

सरकार की पहल पर पीड़ित जिलाधिकारी कार्यालय में आवेदन कर रहे हैं. प्रयागराज में इस प्रकरण को एडीएम सदर अशोक सिंह देख रहे हैं. संगठन की मानें तो प्रयागराज में लगभग पांच हजार लोग आवेदन कर चुके हैं. उनकी फाइलें सिविल लाइंस थाने में सत्यापन के लिए भेजी जा रही हैं. 310 से अधिक फाइल सिविल लाइंस थाने पहुंच चुकी हैं. इसी तरह यह संगठन देश भर में घूम घूमकर पीड़ितों को आवेदन करने के लिए जागरूक कर रहा है. कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष सूरजदीन विश्वकर्मा, मंडल अध्यक्ष राम लखन पाल, राकेश कुमार मौर्या आदि मौजूद रहे.

रकम दोगुनी होने के लालच में किया निवेश

प्रयागराज में चिट फंड की कई कंपनियां खोली गई थीं. ज्यादा निवेश करने वाले लोगों को ही कंपनी का पदाधिकारी बनाकर उनके रिश्तेदारों व परिचितों से निवेश कराकर कंपनी भाग निकली. बम्हरौली के राम लखन पाल ने बताया कि उसने खेत बेचा था. 2019 में 10 लाख रुपये निवेश कर दिया. सैदाबाद के पुरुषोत्तम ने साढ़े तीन लाख, रामविशाल ने तीन लाख, पोंगहट के डॉ. पीसी सिंह ने 20 लाख, नैनी के सुनील शुक्ला ने पांच लाख, शिवशंकर ने तीन लाख, राकेश मौर्या ने सात लाख रुपये निवेश किया था.

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