उत्तर प्रदेश

बाइक बोट घोटाला चंदे के पैसे से पीड़ित न्याय की जंग लड़ रहे

Admin Delhi 1
5 April 2023 12:08 PM GMT
बाइक बोट घोटाला चंदे के पैसे से पीड़ित न्याय की जंग लड़ रहे
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नोएडा न्यूज़: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े घोटालों में से एक बाइक बोट घोटाले के पीडित अब एकजुट होते जा रहे हैं और वह एकजुट होकर न्याय की जंग लड़ रहे हैं. इनके द्वारा चंदे के पैसे से सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ा जा रहा है. अभी तक 258 लोग इस चंदे में शामिल हो चुके हैं. सात सौ से अधिक लोग चंदा देकर इस लड़ाई में साथ आने को तैयार हैं और इनकी संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है.

बाइक बोट घोटाले को हाल ही में हुए सबसे बड़े घोटालों में से एक माना जाता है. इसमें देशभर के 16 से अधिक राज्यों के लाखों लोग ठगे गए हैं. इनसे हजारों करोड़ से अधिक की ठगी हुई है. यह सभी पीड़ित पिछले चार साल से अपना पैसा वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अब उनका यह संघर्ष 18 से अधिक जांच एजेंसियों से होता हुआ सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है.

जम्मू निवासी सुरेश भट्ट इस मामले में बाइक बोट पीड़ीतों को साथ लेकर हाईकोर्ट, ईडी और सुप्रीम कोर्ट में संघर्ष कर रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट में भी वह जांच एजेंसियों और बाइक बोट कंपनी को पार्टी बनाकर दो केस लड़ रहे हैं. बाइक बोट संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुन्ना सिंह बालियान और बताया कि सुप्रीम कोर्ट में चल रही कानूनी लड़ाई के लिए अभी तक 258 लोगों ने तीन-तीन हजार रुपये का चंदा दिया है. अभी उन्होंने अन्य लोगों से चंदा नहीं लिया है. सुप्रीम कोर्ट में जैसे-जैसे केस आगे बढ़ेगा और पैसों की आवश्यकता होगी उसी अनुसार चंदा लिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि सात सौ से अधिक लोग चंदा देकर संघर्ष में उनके साथ आगे बढ़ने के लिए अपनी सहमति दे चुके हैं और उनकी संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है. उनका दावा है कि कुछ ही दिनों में यह संख्या हजारों में होगी. अभी तक उनके साथ यूपी के अलावा जम्मू कश्मीर, असम, बंगाल, हरियाणा, दिल्ली राजस्थान, उत्तराखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित 14 राज्यों के लोग जुड़ चुके हैं.

ट्विन टावर की लड़ाई चंदे से ही लड़ी गई थी

देश में सबसे ऊंचे दो टावर गिराने का रिकॉर्ड नोएडा में ही बना था. 28 अगस्त 2022 को सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट में स्थित सियान और एपेक्स टावर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिरा दिए गये थे. किसी बिल्डर के खिलाफ हुई यह अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई तो थी ही साथ ही देश में कभी इससे पहले इतने ऊंचे टावर नहीं गिराए गए थे. इन टावरों को गिराने के लिए भी सोसाइटी की एओए ने एकजुट होकर संघर्ष किया था. सोसाइटी के सभी 600 घरों से 17-17 हजार रुपये का चंदा लेकर यह लड़ाई लड़ी गई थी. इसमें मिली जीत को एओए ने अपनी एकजुटता की जीत बताया था.

जून 2019 से लगातार दे रहे धरना

बाइक बोट कंपनी के कोट गांव स्थित कार्यालय पर बाइक बोट संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुन्ना सिंह बालियान के नेतृत्व में जून 2019 से लगातार धरना जारी है और पिछले 45 माह से चल रहा यह धरना क्षेत्र में चलने वाला अभी तक का सबसे लंबा धरना बन चुका है. इसमें बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं और कोरोना के संक्रमणकाल में भी यह धरना जारी रहा था. मुन्ना ने बताया कि इस धरने के लिए उन्होंने कभी किसी से कोई चंदा या आर्थिक मदद नहीं ली.

घोटाले पर एक नजर:

● दिल्ली पुलिस इस घोटाले को 42 हजार करोड़ का मानती है.

● ईओडब्लू मेरठ की जांच में यह घोटाला 3500 करोड़ का है.

● सीबीआई ने एफआईआर में यह घोटाला 15 हजार करोड़ का बताया है.

● इसमें पहला मुकदमा दादरी थाने में 12 जनवरी 2019 को दर्ज हुआ था.

● जून 2019 में बाइक बोट कंपनी का मालिक संजय भाटी गिरफ्तार हुआ.

● ईडी द्वारा अब तक 216 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की जा चुकी है.

● ईओडब्लू ने 119 मुकदमों में चार्जशीट दी है.

● पांच-पांच लाख के दो इनाम दीप्ती बहल और भूदेव अभी भी फरार हैं.

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