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Varanasi: लोन के नाम पर ठगी में सरगना समेत तीन गिरफतर
वाराणसी: साइबर पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव ने पुलिस लाइन में बताया कि आरोपियों ने करीब ढाई सौ लोगों को निशाना बनाया है. साइबर गैंग के अन्य गुर्गों की तलाश हो रही है.
चोलापुर के मोहांव के बृजेश यादव ने साइबर थाने में 5.65 लाख रुपये की ठगी का केस दर्ज कराया था. बृजेश को भी जालसाजों ने झांसा देकर कंपनी का एजेंट बनाया था. उसने अपने तीन परिचितों से लोन के लिए आवेदन कराया था. मामले की तफ्तीश में नोएडा के सेक्टर 44 निवासी दीपक बहोरा (मूल निवास नेपाल के धनगढ़ी जिले के शिवनगर), नोएडा के सेक्टर 51 के गली नंबर 11 निवासी जितेंद्र कुमार पटेल (मूल निवास बरसठी, जौनपुर), नोएडा के सेक्टर 51 निवासी मनोज कुमार गुप्ता (मूल निवास गोरखपुर की द्वारिकापुरी कॉलोनी) का नाम सामने आया. सभी नोएडा से ही पकड़े गए थे, जिन्हें रात वाराणसी लाया गया.
एडीसीपी ने बताया गैंग का सरगना दीपक है. गिरोह के सदस्य एजेंटों के जरिये लोन के जरूरतमंद लोगों को तलाशते थे. 24 घंटे में लोन देने के नाम पर पंजीकरण, प्रोसेसिंग फीस, एनओसी चार्ज आदि के नाम पर ठगी करते थे. लोगों के डॉक्यूमेंट का गलत इस्तेमाल करते थे. लोगों को भ्रमित करने के लिए वर्कइंडिया डॉट कॉम नाम से वेबसाइट भी बनाया था.
आरोपियों के पास से 13 मोबाइल फोन, तीन स्टांप, 5 एटीएम कार्ड, 3 लैपटॉप अन्य दस्तावेजों समेत 2450 रुपये बरामद किये गये हैं. गिरफ्तारी करने वाली टीम में इंस्पेक्टर विजय नारायण मिश्र, एसआई संजीव कन्नौजिया, सतीश सिंह, हेड कांस्टेबल श्यामलाल गुप्ता, गोपाल चौहान, गौतम कुमार, कांस्टेबल चंद्रशेखर यादव, अनिल यादव, अवनीश सिंह आदि हैं.
ठगी कराने के लिए नौकरी पर रखते थे लड़के: गैंग लीडर दीपक बहोरा एजेंट को रखने के लिए जॉब कंसल्टेंसी वेबसाइटों से युवकों की जानकारी निकालकर उनको फोन करते थे. अपनी कंपनी वर्क इंडिया डॉट कॉम में काम करने के लिए बाकायदे नौकरी पर रखता था. जितेंद्र और मनोज भी गिरोह में एजेंट के रूप में ही शामिल हुए थे.
मेहंदी लगाने के दौरान फंसाते थे शिकार: गोरखपुर का मनोज नोएडा में मॉल के बाहर या फिर दुकानों के आसपास मेहंदी लगाता था. मेहंदी लगाने के दौरान ही महिलाओं से बातचीत कर लोन के लिए कहता था. महिलाएं अपने पति को बताती थीं. इस तरह उसने कई शिकार बनाए.