उत्तर प्रदेश

वाराणसी: पुरास्थल पर उत्खनन के दौरान मिली दूसरे शताब्दी की मुहर

Soni
8 March 2022 12:48 PM GMT
वाराणसी: पुरास्थल पर उत्खनन के दौरान मिली दूसरे शताब्दी की मुहर
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वाराणसी के बभनियांव गांव स्थित पुरास्थल पर उत्खनन के दौरान काफी खास वस्तुएं मिलीं हैं। कुषाणकालीन मंदिर में स्टोन मेड पक्की नाली का प्रमाण मिला है, जिसमें ठोस तत्वों को अलग इकट्ठा करने की व्यवस्था थी। यह भी पता चला है कि मंदिर के प्रदक्षिणा पथ का निर्माण रूफ टाइल्स से हुआ था। यह कुषाणकालीन टाइल्स (खपरैल) है जो कि इस समय बनने वाले खपरैल से बिल्कुल ही अलग है। इसके अलावा आज गांव में स्थित टीले के पीछे ट्रेंच संख्या 3 में खुदाई की गई, जहां पर पकी मिट्टी की मुहर मिली है। इस पर नंदी भगवान छपे हुए हैं। वहीं उस मुहर पर कुछ लिखा हुआ है। इस स्क्रिप्ट को दूसरे शताब्दी की ब्राह्मी लिपि बताई जा रही है।

बभनियांव वाराणसी के दक्षिणी हिस्से में 17 किलाेमीटर दूर जक्खिनी में स्थित है। यहां पर साल 2020 के अंत से ही उत्खनन का कार्य चल रहा है। यहां हड़प्पाकालीन, वैदिक, कुषाण, शुंग और गुप्तकालीन वस्तुएं मिलीं हैं। यहां पर कई काल की विशेषताएं और सभ्यताओं का संगम रहा है। पहले ट्रेंच में कुषाणकालीन एकमुखी शिवलिंग मिला है। यह उत्तर प्रदेश का इकलौता शिवलिंग है जो कि एकमुखी है। BHU के प्राचीन इतिहास और पुरातत्व विभाग द्वारा उत्खनन कार्य कराया जा रहा है। बभनियांव पुरास्थल पर आर्य महिला पीजी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. रवि शंकर और डॉ मुकेश चंद्र पटेल समेत BHU के शोध छात्रों का एक दल मौजूद रहा। इसके साथ ही पुरातत्व विभाग के तकनीकी सहयोगियों में शिव कुमार और वरुण कुमार सिन्हा उत्खनन कार्य की रिकॉर्डिंग में लगे रहे।

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