उत्तर प्रदेश

Varanasi: नेवी के रिटायर अफसर और उनकी पत्नी से 98 लाख की ठगी

Admindelhi1
17 Dec 2024 5:34 AM GMT
Varanasi: नेवी के रिटायर अफसर और उनकी पत्नी से 98 लाख की ठगी
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म्यूल बैंक अकाउंट में मंगाए गए थे रुपये

वाराणसी: नौ सेना के रिटायर अफसर आशापुर (सारनाथ) की माधव नगर कॉलोनी निवासी अनुज कुमार यादव और उनकी पत्नी रीता यादव को डिजिटल अरेस्ट कर 98 लाख रुपये की ठगी के लिए म्यूल बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया. ये फर्जी नाम और पते पर खोले गए खाते हैं. यही नहीं, जिन खातों में रुपये एक साथ ट्रांसफर किये गये, वे भी फर्जी नाम और पते पर खोले गए हैं.

साइबर ठगों के शिकार अनुज कुमार ने चार बार में धनराशि अलग-अलग खातों में भेजी थी. सभी खाते अलग-अलग शहरों में हैं. 14 को नई दिल्ली के रोहिणी स्थित इंडसइंड बैंक में 33 लाख, 16 को गुरुग्राम के सदर बाजार रोड पुराना रेलवे स्टेशन कबीर भवन के कोटक महिंद्रा बैंक के खाते में 50 लाख, 18 को हरियाणा के पानीपत के मिड टाउन होटल के पास स्थित आईसीआईसीआई बैंक के खाते में 7.5 लाख, 3 को यूपी के कुशीनगर के आईसीआईसीआई बैंक में 7.5 लाख रुपये भेजे थे. वाराणसी की साइबर पुलिस ने संबंधित बैंकों से संपर्क किया. पता चला कि ये सभी खाते म्यूल बैंक अकाउंट हैं. पूरे पैसे निकाले जा चुके हैं.

पुलिस ने चारों खातों से रुपये जिन बैंक अकाउंटों में ट्रांसफर किया गया है, उनको फ्रिज कराने के साथ ही पूरा विवरण खंगाल रही है. ये सभी खाते देश के कई अलग-अलग शहरों के हैं. करीब 650 बैंक खाते जांच के दायरे में है. डीसीपी (अपराध) प्रमोद कुमार ने बताया कि साइबर थाने की टीमें लगाई गई हैं. जिन बैंक खातों में रुपये भेजे गये हैं, उनको फ्रिज कराकर जांच की जा रही है. बैंकों की मदद ली गई है.

सैकड़ों खातों में रुपये कर दिए ट्रांसफर: चार खातों में धनराशि गई. उसके बाद सैकड़ों अलग-अलग खातों में चंद सेकेंड में रुपये ट्रांसफर कर दिए गए. इसके बाद तीसरे, चौथे चरण में कई और बैंक खातों में राशि गई. कहीं से ऑनलाइन निकासी की गई है, कहीं से गेमिंग ऐप, बेटिंग ऐप में निवेश कर दिया गया है.

सदमे में दंपति, बेटा देता रहा दिलासा: अनुज यादव और उनका परिवार गहरे सदमे में है. 23 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट के दौरान खाना भी कम कर दिया था. रात में नींद नहीं आती थी. हर पल जांच और गिरफ्तारी, हत्या का डर लगा रहा था. अब जब पता चला है कि वे साइबर ठगी का शिकार हो गहैं, जीवन भर की पूंजी गंवाने के सदमे में हैं. बेटा ही अपने मां और पिता को दिलासा दे रहा है.

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