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वाराणसी: महाकुम्भ के अंतर्गत एक और रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य पूरा हो गया. फाफामऊ स्थित 40 नंबर गुमटी आरओबी 18 महीने में तैयार हो गया और इसे आवागमन के लिए खोल दिया गया. इसी के साथ गुमटी रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले भीषण जाम से लोगों को राहत मिल गई. पड़िला महादेव, सिकंदरा और बहरिया आदि क्षेत्रों की राह आसान हो गई.
71 करोड़ रुपये की लागत से आरओबी का निर्माण कार्य मई 2023 में शुरू हुआ था. 40 नंबर गुमटी रेलवे क्रॉसिंग पर बने ब्रिज की लंबाई 548 मीटर है. इसको बनाने के लिए किसानों की 1895 वर्ग मीटर जमीन के लिए सेतु निगम ने 18 करोड़ रुपये और जिनके घरों को ध्वस्त किया गया था, उन्हें कुल तीन करोड़ रुपये मुआवजा दिया था. निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक मनोज अग्रवाल ने बताया कि गुमटी आरओबी को आवागमन के लिए खोल दिया गया है. अब इस पर सात दिनों के भीतर सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के लिए साउंड बैरियर, क्रैश बैरियर पर थीम पेंटिंग व लाइटिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
महाकुम्भ से पहले प्रयाग हो जाएगा लेवल रेल क्रॉसिंग से मुक्त
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता. रेलवे ने राज्य सेतु निगम के साथ मिलकर प्रयागवासियों को बड़ी सौगत दी है. महाकुम्भ के पहले प्रयागराज शहर लेवल रेल क्रॉसिंग से मुक्त हो जाएगा. इससे ट्रेनों के परिचालन में सुविधा और दुर्घटनाओं में तो कमी होगी ही साथ ही लोगों को जाम से भी मुक्ति मिल जाएगी. सभी लेवल रेल क्रॉसिंग पर आरओबी या आरयूबी बन कर तैयार हैं, जिन पर महाकुम्भ के पहले आवगमन शुरू हो जाएगा.
एनसीआर के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि शहर के अंदर ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों की भी लगभग सभी लेवल रेल क्रॉसिंग पर जरूरत के मुताबिक आरओबी या आरयूबी का निर्माण हो रहा है. इनमें से कुछ रेल क्रॉसिंगों पर आरओबी का निर्माण कुम्भ 2019 में हो गया था. शेष परियोजनाएं केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से इस महाकुम्भ के अवसर पर पूरी हो रही हैं.
बेगम बजार, बमरौली-मनौरी, छिवकी, दीन दयाल उपाध्याय-प्रयागराज, प्रयाग-फाफामऊ और प्रयाग-प्रयागराज जंक्शन के बीच सात रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण लगभग 375 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है.
इसके साथ ही प्रयाग यार्ड, झूंसी और अंदावा-कनिहार मार्ग पर लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत से तीन रेल अंडर ब्रिज (आरयूबी) का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. महाकुम्भ से पहले ये सभी आरओबी और आरयूबी से यातायात का परिचालन शुरू हो जाएगा.