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गोरखपुर- लखनऊ रूट पर वंदे भारत के ऐलान ने मुरादाबाद में चर्चाओं को हवा देना शुरू कर दिया है। मंडल मुख्यालय से इस ट्रेन के गुजरने की गोपनीय कवायद पर लोगों की नजर है। पड़ोस के इज्जतनगर मंडल ने वंदे भारत ट्रेन के संचालन के लिए रामनगर-मथुरा-जयपुर, रामनगर-अयोध्या, काठगोदाम-प्रयागराज रूट लगभग निर्धारित कर दिया है। जबकि मुरादाबाद ने सहारनपुर- मुरादाबाद- बरेली- लखनऊ- प्रतापगढ़ के अलावा सहारनपुर- प्रयागराज रूट के पन्ने पलटने शुरू कर दिए हैं। उधर, मंडल प्रबंधक अजय नंदन इन बातों को चर्चाओं के खाते में जोड़ते हैं।
सूत्रों की मानें तो मंडल में शारदीय नवरात्र के समय वंदे भारत का स्पीड ट्रायल हो सकता है। बरेली जंक्शन से दो वंदे भारत ट्रेनें गुजर सकती हैं। एक का संचालन मुरादाबाद और दूसरे का इज्जतनगर कर सकता है। सूत्रों का दावा तो यहां तक है कि वंदे भारत के स्पीड ट्रायल के लिए लोको पायलट समेत कर्मचारियों को गाजियाबाद में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें मुरादाबाद, रोजा और बरेली लॉबी के लोको पायलट शामिल हैं। इज्जतनगर मंडल ने इस ट्रेन के संचालन के लिए रामनगर- मथुरा- जयपुर, रामनगर- अयोध्या, काठगोदाम- प्रयागराज रूट लगभग निर्धारित कर दिया है।
मुरादाबाद ने सहारनपुर-मुरादाबाद-बरेली-लखनऊ-प्रतापगढ़ के अलावा सहारनपुर-प्रयागराज रूट तय किए हैं। रेल बोर्ड की ओर से दोनों मंडल से रूटों के बारे में सूचनाएं मांगी गई हैं। जबकि मंडल ने छह लोको पायलटों को स्पीड ट्रायल के लिए प्रशिक्षण पर भेज दिया है। इज्जतनगर और मुरादाबाद दोनों ही मंडलों से वंदे भारत का संचालन होना है। उच्च पदस्त विभागीय सूत्रों ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि की है। हालांकि, स्पीड ट्रायल की तिथि को लेकर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। मंडल एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात के संकेत दिए कि लखनऊ, प्रयागराज दिशाओं में वंदे भारत का संचालन होना है। ट्रायल के लिए लोको पायलट समेत कर्मचारियों का प्रशिक्षण चल रहा है। मंगलवार रात बातचीत में इन मुद्दों की पुष्टि को लेकर वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल बचते नजर आए।
मुरादाबाद-लखनऊ रूट का स्तरोन्नयन जारी
मुरादाबाद-लखनऊ रेल रूट को नई जरूरत के लिए तैयार करने का काम अप्रैल में शुरू हो गया था। 328 किलोमीटर लंबे रूट पर दो लूप लाइन का निर्माण काम पूरा हो चुका है। रोजा के पास ऐगवां में लूप लाइन बिछ रही है। पांच से 15 किलोमीटर तक के 42 कॉशन में से ज्यादातर हटाए जा जा चुके हैं। रोजा, बंथरा, रसुइया, कैंट, दलपतपुर, कटघर, मिलक के कॉशन खत्म कर दिया है। इस माह के आखिर तक अन्य कॉशन को खत्म करने के लक्ष्य पर रेलवे काम कर रहा है।
मुरादाबाद मंडल मुख्यालय और दिल्ली से नजदीक का केंद्र है। हर दिशा में यहां से ट्रेनों का संचालन है। दिल्ली-कोलकाता रूट में यह प्रमुख स्टेशन है। गोरखपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत के चलाए जाने की पुष्टि हो चुकी है। जिस आधार पर मुरादाबाद में इस सेवा की पूरी संभावना और जरूरत है। लेकिन, यह कवायद अभी विभाग की लिखा-पढ़ी में नहीं आ पाई है। हरिद्वार रूट से दिल्ली के बीच इस ट्रेन को चलाए जाने की चर्चा है। हम विभागीय पत्राचार के आधार पर ही इसकी पुष्टि कर पाएंगे।
