उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश : बढ़ जाएगा संगठन से जुड़े देशों के पर्यटकों का आगमन

Admin2
16 July 2022 11:26 AM GMT
उत्तर प्रदेश : बढ़ जाएगा संगठन से जुड़े देशों के पर्यटकों का आगमन
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वाराणसी

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : देश-दुनिया में सांस्कृतिक राजधानी के रूप में वाराणसी की पहचान पहले से ही है, लेकिन अब वाराणसी को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की पहली सांस्कृतिक एवं पर्यटन राजधानी घोषित किया जाएगा। एससीओ के महासचिव झांग मिंग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शुक्रवार को चीन के शंघाई में हुई बैठक में काशी के पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी घोषित होने पर शहरवासी खुश हैं। इससे यहां के पर्यटन व संस्कृति विकास को पंख लगेंगे। सितंबर 2022 से सितंबर 2023 तक के लिए चुना गया है। इसके बाद अब संगठन से जुड़े देशों के पर्यटकों का आगमन बढ़ जाएगा।झांग झांग ने कहा कि नई पहल के तहत वाराणसी वर्ष 2022-23 के लिए एससीओ की सांस्कृतिक एवं पर्यटन राजधानी बनेगा। इसके तहत सदस्य देशों को बारी-बारी से मौका मिलेगा। यह पहल आठ सदस्य देशों में लोगों से लोगों के बीच संपर्क और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए है। कहा, हम बारी-बारी से मौका देने की प्रणाली लागू करने वाले हैं। हम सदस्य देशों के लिए बारी-बारी से सांस्कृतिक एवं पर्यटन राजधानी का खिताब देंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह खिताब भारत के प्राचीन शहर वाराणसी को दिया जाएगा।

झांग ने यहां मीडिया से कहा कि इस पहल के तहत हर साल बारी-बारी से सदस्य देश के किसी सांस्कृतिक विरासत वाले शहर को (जो अध्यक्षता करेगा) को यह खिताब दिया जाएगा ताकि उसका महत्व बढ़े। उन्होंने इस साल 15-16 सितंबर को उज्बेकिस्तान के समरकंद में होने वाले एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों के शिखर सम्मेलन से पहले संगठन की नई पहल पर प्रकाश डाला। नई पहल समरकंद शिखर सम्मेलन के बाद लागू होगी, जिसके बाद भारत अध्यक्षता का पदभार संभालेगा और अगले राष्ट्राध्यक्षों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
source-hindustan


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