उत्तर प्रदेश

उत्तर-प्रदेश: निलंबन आदेश में खुलासा, सरकारी रिवाल्वर नहीं बल्कि एयरगन लेकर चल रही है बलरामपुर पुलिस

Kajal Dubey
14 July 2022 2:28 PM GMT
उत्तर-प्रदेश: निलंबन आदेश में खुलासा, सरकारी रिवाल्वर नहीं बल्कि एयरगन लेकर चल रही है बलरामपुर पुलिस
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बाइक टकराने से नाराज दरोगा अरुण कुमार गौतम द्वारा युवक को जमकर पीटने और फिर सर्विस पिस्टल तानकर धमकाने के मामले में वीडियो वायरल होने से खाकी किरकिरी के बाद अधिकारियों ने आनन-फानन कार्रवाई तो कर दी। मगर दरोगा के निलंबन आदेश से पुलिसिंग पर ही सवाल खड़ा हो गया है, क्योंकि निलंबन आदेश में कहा गया है कि आरोपी दरोगा ने युवक पर जो पिस्टल तानी थी, वो एयरगन है। अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या बलरामपुर पुलिस के पास असलहों की कमी है जो दरोगा एयरगन लेकर चल रहा था या फिर निलंबन के बाद भी उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
विदित हो कि गत मंगलवार दोपहर बंधन बैंक का कर्मचारी मोहित कुमार दीक्षित पहलवारा मोहल्ले में बाइक से जा रहा था। तभी उसकी बाइक सामने से आ रहे ललिया थाने में तैनात दरोगा अरुण कुमार गौतम की बाइक से टकरा गई थी। इससे गुस्साए दरोगा ने मोहित की पिटाई कर दी थी। इसके बाद वहां एक प्रतिष्ठान में लगे सीसीटीवी कैमरे को बंद कराकर दोबारा मोहित को पीटा। किसी तरह लोगों ने मोहित को दरोगा से छुड़ाया तो वह इलाज कराने के लिए पास के एक क्लीनिक में चला गया। दरोगा का गुस्सा तब भी शांत नहीं हुआ तो वह क्लीनिक में घुसकर मोहित को पीटने लगा। फिर सर्विस पिस्टल निकालकर उस पर तानकर गोली मारने की धमकी देने लगा। किसी तरह लोगों ने बीचबचाव करा मोहित को बचाया था।
दरोगा द्वारा पिस्टल तानकर युवक को धमकाने का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने पर लोगोें में आक्रोश व्याप्त हो गया। खाकी की किरकिरी होती देख एएसपी नम्रिता श्रीवास्तव ने तत्काल प्रभाव से आरोपी दरोगा अरुण कुमार गौतम को निलंबित करने की बात कही। मगर एसपी द्वारा जो निलंबन आदेश जारी किया गया, उसमें कहा गया है कि दरोगा अरुण कुमार गौतम द्वारा मोहित से दुर्व्यवहार करने व धमकाने से पुलिस महकमे की छवि धूमिल हुई है। मगर निलंबन आदेश में कहा गया है कि आरोपी दरोगा ने मोहित पर जो असलहा ताना था वो सर्विस पिस्टल नहीं बल्कि लाइसेंसी एयरगन थी।
ऐसे में एसपी द्वारा जारी इस निलंबन आदेश से पुलिसिंग पर ही सवाल खड़ा हो गया है। सवाल ये उठ रहा है कि दरोगा को आखिर एयरगन लेकर चलने की क्या जरूरत पड़ गई। क्या पुलिस के पास असलहों की कमी है जो दरोगा एयरगन लेकर चल रहा था या फिर निलंबन के बावजूद उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है। मामले की हर तरफ चर्चा है। कहा जा रहा है कि पहले दरोगा की करतूत से खाकी की किरकिरी हुई और अब निलंबन आदेश से पुलिसिंग पर ही सवाल खड़ा हो गया है।
शिक्षक को भी धमकाकर वसूली थी रकम
बलरामपुर। निलंबित दरोगा अरुण कुमार गौतम के कुछ और कारनामे उच्चाधिकारियों के संज्ञान में हैं। कुछ दिनों पहले दरोगा की तेज रफ्तार बाइक एमएलके पीजी कॉलेज के एक शिक्षक की कार से भी टकरा गई थी। इसका भी वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कार से टकराने के बाद दरोगा ने शिक्षक को धमकाते हुए बाइक की मरम्मत के लिए 4,500 रुपये वसूले थे। ये रकम उसने शिक्षक से अपने खाते में ट्रांसफर कराई थी। उस हादसे में शिक्षक की गलती नहीं थी। इसके बावजूद उन्होंने कहीं शिकायत नहीं की थी।
उपनिरीक्षक अरुण कुमार गौतम ने सरकारी पिस्टल क्यों नहीं आवंटित कराई थी और वह उमारॉक्स कंपनी की ग्लॉक लाइसेंसी सॉफ्ट एयरगन लेकर क्यों चल रहे थे? इसकी जांच कराई जा रही है। असली पिस्टल सा दिखने वाला ये हथियार एयरगन है, ये मैंने भी पहली बार देखा है। निलंबन के बाद अरुण कुमार गौतम को पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया गया है।
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