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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: आम का मेगा क्लस्टर विदेश में बढ़ाएगा धमक, मुख्यमंत्री योगी ने दिए संकेत
Kajal Dubey
5 July 2022 3:59 PM GMT
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में आम की नगरी की धमक और बढ़ेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवध शिल्प ग्राम में चार दिवसीय आम महोत्सव का उद्घाटन करते हुए इसका मेगा क्लस्टर तैयार करने के संकेत दिए। इसके लिए केंद्र सरकार पांच साल में करीब 100 करोड़ रुपये देगी। मेगा क्लस्टर्र लखनवी आम पट्टी में विकसित किया जाएगा, जिसमें काकोरी और मलिहाबाद को शामिल किया जाएगा।
जिला उद्यान अधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि मेगा क्लस्टर में आम के उत्पादन से लेकर इसके विभिन्न उत्पादों को तैयार किया जाएगा। साथ ही किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पादन कर विदेश में निर्यात करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सिंह के मुताबिक मेगा क्लस्टर में आम उत्पादन को वाणिज्यिक पुट दिया जाएगा। इस क्लस्टर में आम की नर्सरी, आम की उन्नत किस्म को प्रोत्साहन, एकीकृत कीट प्रबंधन, फसल का उचित भंडारण, ग्रेडिंग, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, स्थानीय मार्केट में खपत, निर्यात संग किसानों को तकनीक से लैस किया जाएगा। इस दौरान आम की जीआई टैगिंग करने के साथ इसका डेटाबेस भी बनाया जाएगा। राजधानी में सबसे बड़ी आम पट्टी मलिहाबाद में है। जनपद में कुल 30 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में दशहरी, चौसा, लंगड़ा, हुस्नआरा सहित 200 से अधिक प्रजातियों का उत्पादन होता है। मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष इंसराम अली ने बताया कि अकेले मलिहाबाद से 10 टन से अधिक आम खाड़ी देशों में निर्यात किया जाता है। इसका आंकड़ा इस बार दोगुना होने की उम्मीद है।
मलिहाबाद में प्रसंस्करण यूनिट की मांग
आयोजन के दौरान उद्यान विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री से कृषि विवि की तर्ज पर हार्टिकल्चर यूनिवर्सिटी बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह बड़े पैमाने पर नौजवानों को तैयार करेगी, जो खेत में लैपटॉप लेकर बागवानी करेंगे। साथ ही मलिहाबाद में प्रसंस्करण यूनिट खोलने की मांग की। उन्होंने बताया कि यूपी में आम की उत्पादकता 17.5 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर पहुंच गई है। पहले की सरकारों में 63 करोड़ से बनी निष्प्रयोज्य मंडियों को किसानों के लिए उपयोगी बनाया जा रहा है।
विदेशी भी चखेंगे 'काकोरी' आम का स्वाद
काकोरी घटना के नायकों की स्मृति में 'काकोरी' ब्रांड आम तैयार किया जाएगा। इसे आम के मेगा क्लस्टर में शामिल कर एक्सपोर्ट किया जाएगा। इससे विदेश में बैठे लोग भी इसका स्वाद चखेंगे। सीएम ने कहा, आम की चटनी से लेकर मुरब्बे संग पके आम का स्वाद हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है। यूपी में इसका उत्पादन दोगुना हो गया है। यह दर्शाता है कि प्रदेश में आम के लिए उपयुक्त उर्वरा भूमि, अवसर, तकनीक व संसाधन हैं। हमें इनका बेहतर प्रयोग करना होगा। मुख्यमंत्री ने आम की स्थानीय मार्केट में खपत के बाद एक्सपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, इसके लिए आम की गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है, जो प्राकृतिक खेती से संभव है। उन्होंने कहा कि इजरायली तकनीक पर आधारित कन्नौज व बस्ती के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तरह अन्य जनपदों में भी ऐसे केंद्र खोले जाएंगे। यह भी कहा कि बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती आज की आवश्यकता है। इस क्षेत्र के विवि नवाचार कर संयुक्त प्रयास करें। इस क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाई जाए। यह भी कहा कि 27 जनपदों में गंगा बहती है। इसके तटों के पांच-पांच किमी के दायरे में आम को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही हर वर्ष 1 से 7 जुलाई के बीच आम महोत्सव में पूरे देश से किसानों को जोड़ा जाए। अवसर पर आम महोत्सव आधारित स्मारिका का विमोचन हुआ। वहीं, आम पर तैयार लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ। इस दौरान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज सिंह, निदेशक उद्यान आर के तोमर आदि थे।
निष्प्रयोज्य मैंगो पैक हाउस को करेंगे सक्रिय
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि लखनऊ व सहारनपुर के निष्प्रयोज्य मैंगो पैक हाउस को सक्रिय कर किसानों के अनुकूल बनाया जा रहा है। अमरोहा व वाराणसी में पैक हाउस का निर्माण अंतिम चरण में है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर वर्ष 50 करोड़ रुपये की योजनाएं ला रहे हैं। हर जिले में हाईटेक नर्सरी को एक से दो वर्षों में स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है।
इन्हें मिला सम्मान
सीएम ने बिजनौर से दयाकृष्ण शर्मा, बस्ती से पुष्कर आदित्य सिंह, हरदोई से अजय सिंह, उन्नाव से नमित कुमार सिंह, गोरखपुर से शिव प्रताप सिंह, मुजफ्फरनगर से संदीप वर्मा, रायबरेली से अनिकेत कुमार, बाराबंकी से प्रदीप कुमार, बागपत से सचिन कुमार, सीतापुर से लक्ष्मण सिंह, लखनऊ से दिनेश प्रताप सिंह को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट किया। लखनऊ के विजय कुमार सिंह व एससी शुक्ला को आम की रंगीन प्रजातियों के संकलन के लिए सम्मान मिला।
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