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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: हर-हर महादेव और बम भोले के जयकारों संग किया जलाभिषेक
Kajal Dubey
19 July 2022 1:57 PM GMT

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सावन माह के पहले सोमवार को मंदिर हर-हर महादेव और बम भोले के जयकारों से गूंज उठे। भक्तों ने प्राचीन श्री वासुदेव तीर्थ, श्रीबाबा गंगानाथ मंदिर, चौरासी घंटा मंदिर, कामनाथ महादेव मंदिर, विरासत मंदिर, चामुंडा मंदिर, गजस्थल के प्राचीन शिव मंदिर समेत अन्य मंदिरों में गंगा जल और दूध से भगवान भोले का जलाभिषेक किया। श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर दर्शन पूजन और जलाभिषेक किया। भक्तों ने पूजा कर परिवार में सुख शांति समृद्धि और खुशहाली की कामना की। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस मुस्तैद रही।
शहर के प्राचीन वासुदेव तीर्थ मंदिर में भोर से ही श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक व पूजन करने के लिए पहुंचने लगे थे। दिन चढ़ने के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती गई। भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर दूध, गंगाजल, कमल, बेलपत्र, भांग, अक्षत, धूप दीप से पूजन किया। श्रद्धालुओं मंदिरों में फूल, बेलपत्र और पूजन सामग्री लेकर भगवान भोले का अभिषेक करने पहुंचे। घर और मंदिरों में हर-हर महादेव का जयघोष सुनाई दिया। मंदिरों में गूंजते जयकारे और घंटा घड़ियाल की ध्वनि से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। इसके अलावा भक्तों ने अपने घरों के आस-पास वाले शिव मंदिरों में महादेव का जलाभिषेक किया। शिवालयों के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। मंदिरों पर पुलिसकर्मी तैनात रहे।
श्रावण मास के पहले सोमवार को नगर व ग्रामीण क्षेत्र के शिवालयों में हर हर महादेव के जयकारे गूंजे। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में जाकर महादेव का जलाभिषेक किया। तड़के से ही श्रद्धालुओं ने शिवालयों में जाकर अपने इष्ट की पूजा अर्चना शुरू कर दी थी।
सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर आते हैं। शिवालयों में पूूरे श्रावण मास के दौरान जलाभिषेक व पूजा चलती है। सावन के पहले सोमवार को नगर के पत्थरकुटी शिव मंदिर, आनंद धाम शिवालय, बालाजी धाम, गढ़ी मंदिर, नुक्कड़ शिव मंदिर, राम मंदिर, तोमड़ा स्थित प्राचीन शिव मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान महादेव की पूजा अर्चना की। सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रमुख मंदिरों पर पुलिस बल तैनात किया गया था। संवाद
सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव को जलाभिषेक करने के लिए चाकेश्वर मंदिर पर शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। अपने ईष्ट को अभिषेक करने के लिए शिवभक्त बेलपत्र और जल का लोटा लेकर नजदीकी शिवालय पहुंचे। भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद घर में सुख समृद्धि की कामना की।
प्रथम सोमवार पर तड़के ही शिव भक्तों ने स्नान करने के बाद हाथ में प्रसाद, बेलपत्र और जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए मंदिरों का रुख किया। तड़के चार बजे से ही चाकेश्वर मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए शिवभक्तों की लाइन लग गई थी। नगर और आस पास ग्रामीण इलाकों से पहुंचे शिव भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। बेलपत्र अर्पित कर शिव की स्तुति कर भगवान शिव से घर में सुख समृद्धि की कामना की। सुबह दस बजे तक मंदिर पर शिव भक्तों की लाइन लगी रही। गंगा प्याऊ शिव मंदिर इंद्रा चौक, रेलवे स्टेशन स्थित शिव मंदिर से लेकर क्षेत्र के सभी प्रमुख मंदिरों और चामुंडा मंदिरों पर शिवभक्तों ने सावन माह के प्रथम सोमवार को जलाभिषेक किया। चाकेश्वर मंदिर पर बच्चों ने चाट-पकौड़ी का भी आनंद लिया। मनोरंजन के लिए खिलौने खरीदे। धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों ने खीर का प्रसाद वितरित किया।
श्रावण मास के पहले सोमवार को शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया। मंत्रों के उच्चारण से माहौल भक्तिमय बना रहा।
श्रावण मास के पहले सोमवार को लेकर सुबह से शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाइनें लगनी शुरू हो गई। जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही। नगर के श्री वासुदेव तीर्थ, बाबा श्री गंगानाथ मंदिर, चौरासी घंटों वाला मंदिर, रियासत मंदिर, सुुबोध नगर शिव मंदिर समेत तमाम शिवालयों में श्रद्धालु पूजन के लिए जुटते रहे। हरिद्वार व बृजघाट से जल लाए शिवभक्तों ने जल चढ़ाकर महादेव को मनाया। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर दूध, फल-फूल, धतूरा, बेलपत्र, घी, दही, जल आदि से अभिषेक कर पूजा अर्चना की। शिवालयों में भव्य सजावट की गई थी। शिवलिंग पर जलाभिषेक कर शिवभक्तों ने खुशहाली की मनोकामना की। हर हर महादेव और जय जय भोले के उदघोष के साथ आकाश गुंजायमान होता रहा। मंत्रोंच्चारण से माहौल पूरी तरह से शिवमय हो गया।
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