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उत्तर प्रदेश
उत्तर-प्रदेश: वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर हिरण को बचाया
Kajal Dubey
18 July 2022 5:31 PM GMT

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बिजनौर। पहाड़ों की बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। ऐसे में नदियों किनारे रहने वाले वन्य जीवों के लिए भी खतरा बना हुआ है। गंगा बैराज पर वन्य जीव बहकर आ रहे हैं। कुछ हिरण बहकर गंगा बैराज पर आ गए, जिनमें से दो हिरण बहकर आगे निकल गए। जबकि वन विभाग की टीम ने एक हिरण का रेस्क्यू कर बचा लिया। बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
बारिश के कारण जब से गंगा का जलस्तर बढ़ा है, तब से गंगा बैराज पर आए दिन वन्य जीव-जंतुओं के बहकर आने की खबर मिलती रहती है। शुक्रवार को भी कुछ लोगों ने हिरण गंगा के पानी में बह कर आने की जानकारी वन विभाग की टीम को दी। इसके बाद जब टीम गंगा बैराज पर पहुंची तो वहां सिर्फ एक हिरण मिला। जो गंगा बैराज के गेट पर बैठा दिखाई दिया। जिसको वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर बचाया। इसके साथ ही दो हिरण गंगा बैराज का गेट पार कर आगे निकल गए। गंगा बैराज पर इस समय सांप भी बहकर आ रहे हैं, जो गंगा तट पर स्नान करने वालों के लिए खतरा बन सकते हैं।
गंगा बैराज की सीढ़ियों पर भी एक सांप पानी से बाहर निकलते हुए देखा गया है। जिसको वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया। इससे पहले भी गंगा बैराज पर वन्य जीव पानी में बहकर आ चुके हैं। डीएफओ अनिल पटेल ने बताया कि कई हिरणों के गंगा बैराज बहने की सूचना मिली। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन वहां गेट पर सिर्फ एक ही हिरण मिला। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर कोई जानवर मुसीबत में दिखता है तो इसकी सूचना तुरंत वन विभाग की टीम को दें।
218.70 मीटर बना हुआ है गंगा का जलस्तर
फिलहाल गंगा का जलस्तर बिजनौर बैराज पर 218.70 बना हुआ है, जोकि खतरे के निशान से सिर्फ 1.30 मीटर दूर है। रविवार को बिजनौर बैराज से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जबकि हरिद्वार के भीमगौड़ा बैराज से गंगा में रविवार को 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। उधर, सहायक नदियों के पानी के मिल जाने की वजह से भी गंगा का बहाव तेज बना हुआ है।

Kajal Dubey
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